Rahul Gandhi vs S. Jaishankar on Operation Sindoor News: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेशों में भारत के सांसदों की सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में जानकारी देने पहुंच रहे हैं, जिससे पाकिस्तान का आतंकवाद के मुद्दे पर वैश्विक पटल पर पर्दाफाश किया जा सके। इस प्रतनिधिमंडल में कांग्रेस के सांसद भी हैं। दूसरी ओर देश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी विदेश मंत्री एस जयशंकर पर सवाल उठाते हुए दावा कर रहे हैं कि भारत की विदेश नीति बर्बाद हो गई है।
दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने एक पोस्ट में एस जयशंकर के एक इंटरव्यू का वर्जन शेयर किया और दावा किया कि विदेश मंत्री की जुबान लड़खड़ा रही है। राहुल गांधी ने इसे रीपोस्ट करते हुए जेजे शब्द का प्रयोग किया। जेजे शब्द क्या है, इसको लेकर पार्टी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है। उनके इस पोस्ट पर बीजेप ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पार्टी ने इसे “अपरिपक्व और गैरजिम्मेदाराना” तक बताया, और कहा कि राहुल की बातें “सच्चाई से कोसों दूर” थीं। बीजेपी ने यह तक कह दिया कि राहुल “निशान-ए-पाकिस्तान” के हकदार हैं।
राहुल ने पूछे तीखे सवाल
जयशंकर के इंटरव्यू की एक क्लिप शेयर करते हुए राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “क्या जेजे बताएंगे। भारत को पाकिस्तान के साथ क्यों जोड़ा गया है? पाकिस्तान की निंदा करने में एक भी देश ने हमारा साथ क्यों नहीं दिया? ट्रंप को भारत और पाकिस्तान के बीच ‘मध्यस्थता’ करने के लिए किसने कहा?”
जेजे के मतलब को लेकर सियासत
इस मामले में कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा और सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत की एंट्री हुई। दोनों ने ही इस पर टिप्पणी से इनकार किया, कि उन्हें नहीं पता कि ‘जेजे’ का क्या मतलब है। दोनों वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह स्पष्ट है कि एक जे का मतलब जयशंकर है, जबकि दूसरे की व्याख्या की जा सकती है। एक नेता ने कहा, “यह जोकर या झूठा हो सकता है । यह जयचंद या मीर जाफर हो सकता है, जिन्हें देशद्रोही माना जाता है।” पार्टी के दूसरे पदाधिकारी ने कहा, “यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे जे का क्या मतलब निकालें।”
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कांग्रेस के अंदर ही पशोपेश
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी को केंद्रीय मंत्री के साथ ऐसे खेल नहीं खेलने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार और विदेश मंत्री से सवाल पूछने का कोई बेहतर तरीका होना चाहिए। मैं जानता हूं कि BJP ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर व्यक्तिगत हमले किए हैं लेकिन हमारे और उनके बीच एक अंतर होना चाहिए।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक नेता ने कहा, “वह विपक्ष के नेता हैं। लोगों की ओर से सरकार से सवाल पूछना उनकी कुछ ज़िम्मेदारियां हैं लेकिन सोशल मीडिया पर इस तरह की पोस्ट। मुझे समझ नहीं आता। आप अपने प्रवक्ताओं और नेताओं से ऐसी बातें करवा सकते हैं। आप अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से खुद ऐसा क्यों करते हैं?”
मुखबिर कहना कांग्रेसियों को भी नहीं पसंद आया
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह पहली बार नहीं है कि जब कांग्रेस और राहुल गांधी ने जयशंकर पर निशाना साधा है। सोमवार को ही राहुल ने विदेश मंत्री से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि क्या सरकार ने पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाने से पहले उसे सूचित किया था और भारत को विमानों के स्तर पर हुए नुकसान में इसकी क्या भूमिका है?
पवन खेड़ा ने उसी दिन मीडिया ब्रीफिंग में राहुल के आरोपों को दोहराया, और कहा कि जयशंकर की टिप्पणियों ने आतंकवादियों को भागने में मदद की होगी। पवन खेड़ा ने विदेश मंत्री को मुखबिर भी कहा। हालांकि मुखबिर वाली बात आंतरिक तौर पर कांग्रेस के ही नेताओं को पसंद नहीं आया है, और उन्होंने यह तक कहां कि इसे बेवजह लंबा खींचा जा रहा है। वहीं विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर के बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।
बीजेपी ने राहुल को बताया ‘निशान-ए-पाकिस्तान’
दूसरी ओर बीजेपी ने राहुल गांधी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियां पाकिस्तान के हाथों में खेल रही हैं। विपक्ष के नेता के पद के महत्व को रेखांकित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “प्रधानमंत्री के साथ आपकी राय अलग हो सकती है, लोकतंत्र में ऐसा हो सकता है, लेकिन उनके खिलाफ अशोभनीय शब्दों का इस्तेमाल करना, आपके बयानों का पाकिस्तान द्वारा समर्थन किया जाना और उनकी सीनेट में उनका इस्तेमाल किया जाना, पाकिस्तान द्वारा भारत को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जाना और आपका चुप रहना चिंताजनक है।”
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गौरव भाटिया ने कहा कि गांधी को यह तय करने की जरूरत है कि क्या वह भारत के विपक्ष के नेता हैं या पाकिस्तान के निशान-ए-पाकिस्तान हैं। उन्होंने कहा, “जब ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है, तो राहुल गांधी जी किस तरह के गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं? यह तब है जब आज पाकिस्तान की वरिष्ठ राजनीतिक नेता मरियम नवाज ने कहा कि भारत की जवाबी कार्रवाई के कारण 6, 7 और 9 मई की रात को पाकिस्तान को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
गौरव भाटिया बोले- राहुल का मूल चरित्र उजागर
गौरव भाटिया ने कहा कि पाकिस्तान स्वीकार कर रहा है कि हमारी सेना ने नौ आतंकी लॉन्चपैड नष्ट कर दिए, 11 पाकिस्तानी एयरबेस नष्ट कर दिए। मरियम नवाज़ स्वीकार कर रही हैं कि पाकिस्तान को ऐसा झटका लगा है कि वह टूट रहा है। अब विपक्ष के नेता निशान-ए-पाकिस्तान क्या कर रहे हैं? राहुल गांधी का भारत विरोधी होने, देश के सशस्त्र बलों के मनोबल के खिलाफ़ होने का आपका मूल चरित्र उजागर हो गया है। आप पीएम नरेंद्र मोदी से नफरत करते-करते देश के 140 करोड़ लोगों से नफरत क्यों करने लगे हैं।
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