कांग्रेस नेता राहुल गांधी 7 सितंबर से “भारत जोड़ो यात्रा” शुरू करने जा रहे हैं। 148 दिनों की इस यात्रा के दौरान वह कन्याकुमारी से कश्मीर तक जाएंगे और रात में एक शिपिंग कंटेनर केबिन में सोएंगे। कांग्रेस ने बताया कि ये कंटेनर केबिन 5 सितंबर तक कन्याकुमारी पहुंच जाएंगे। 3500 किलोमीटर की यात्रा को 7 सितंबर को कन्याकुमारी से हरी झंडी दिखाकर एक विशाल जनसभा के साथ रवाना किया जाएगा।
कांग्रेस की इस यात्रा को 2024 लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, पार्टी इस बात से इनकार कर रही है। उनका कहना है कि इसके पीछ कोई राजनीतिक एंगल नहीं है और देश में शांति के लिए यह यात्रा आयोजित की जा रही है। इसके द्वारा कांग्रेस नेता लोगों से संवाद करेंगे।
कांग्रेस का कहना है कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी लोगों की ज्यादा सुनेंगे। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ शमा मोहम्मद ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी पदयात्रा के दौरान इन्हीं कंटेनरों में रहेंगे। प्रवक्ता ने कहा, “इस यात्रा की योजना चार महीने पहले शुरू हुई थी। यह यात्रा देश से नफरत मिटाने और शांति वापस लाने का एक प्रयास है।”
एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रतिभागी हर दिन 6 से 7 घंटे तक मार्च करेंगे और देश भर के लोगों के साथ बड़े पैमाने पर संपर्क करेंगे। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 से 10 बजे तक मार्च का आयोजन किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, जिनकी द्रमुक कांग्रेस की सहयोगी है, भारत जोड़ो यात्रा के शुभारंभ पर मौजूद रहेंगे। राहुल गांधी इस वक्त अपनी माता और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ विदेश में हैं। सोनिया गांधी की माता का निधन हो गया है, इस वजह से गांधी परिवार इटली में मौजूद है।