उत्तर प्रदेश के गोंडा में तैनात शिक्षक विपिन यादव ने आत्महत्या कर ली। परिवार का आरोप है कि बीएलओ की ड्यूटी से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या की। विपिन यादव गोंडा के प्राथमिक विद्यालय जैतपुर माझा में शिक्षक थे। स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के लिए उनकी बीएलओ के लिए ड्यूटी लगी थी। यह मामला सुर्खियों में है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इसके लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि ओबीसी वोटरों के नाम काटे जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने X पर एक पोस्ट में कहा, “OBC वोटरों के नाम काटो, वरना नौकरी चली जाएगी। दबाव, धमकी और नतीजा? आखिर में आत्महत्या। SIR के नाम पर पिछड़े–दलित–वंचित–गरीब वोटरों को लिस्ट से हटाकर BJP अपनी मनमाफ़िक वोटर लिस्ट तैयार कर रही है। ECI लोकतंत्र की हत्या की ज़िम्मेदार है।”
बता दें कि कांग्रेस ने एक वीडियो पोस्ट किया है, जो विपिन यादव के परिजनों के होने का दावा किया जा रहा है। इस वीडियो में विपिन यादव के परिजन बता रहे हैं कि उनके ऊपर एसडीएम और प्रशासनिक अधिकारियों से दबाव था कि ओबीसी वोटरों के नाम काटे जाएं।
कांग्रेस ने अपने हैंडल से वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “OBC वोटरों के नाम काटो वरना नौकरी खत्म। ऐसी बात यूपी के गोंडा में BLO विपिन यादव से कही गई थी, जिसके बाद विपिन यादव ने आत्महत्या कर ली। विपिन यादव के परिवार का कहना है कि SDM और लेखपाल SIR में OBC वोटरों के नाम काटने का दबाव बना रहे थे। विपिन यादव ने ऐसा करने से मना किया तो उन्हें नौकरी से निकालने और पुलिस से उठवाने की धमकी दी गई। ये है SIR की वो हकीकत, जिसके चलते BLO आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं। असल में अंदरखाने ये आदेश दिया गया है कि पिछड़ों, दलितों, वंचितों और विपक्ष समर्थित वोटरों के नाम काटे जाएं और BJP के हिसाब की वोटर लिस्ट बनाई जाए। ज्ञानेश कुमार और नरेंद्र मोदी लोकतंत्र को खत्म करने पर लगे हैं और SIR उसी का औजार है।”
