कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो जारी कर भारतीय अर्थव्यवस्था के बांग्लादेश से भी पीछे रहने की वजह बतायी है। वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि “बांग्लादेश की इकॉनोमी आज भारत की इकॉनोमी से आगे कैसे निकल गई? एक समय था जब हिन्दुस्तान, दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होती थी। सरकार का कहना है कि आर्थिक मोर्चे पर आयी इस गिरावट का कारण कोरोना वायरस माहमारी है।”
राहुल गांधी ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि “अगर अर्थव्यवस्था में गिरावट का कारण कोरोना है तो फिर कोरोना तो बांग्लादेश में भी है और पूरी दुनिया में है! ऐसे में हिन्दुस्तान पीछे कैसे रह गया?” राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि “अर्थव्यवस्था में गिरावट का कारण कोरोना नहीं है बल्कि नोटबंदी है, जीएसटी है।”
बता दें कि राहुल गांधी ने यह वीडियो ऐसे मौके पर शेयर किया है, जब देश में नोटबंदी हुए आज चार साल पूरे हो रहे हैं। राहुल गांधी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी ने चार साल पहले अर्थव्यवस्था पर आक्रमण शुरू किया था और किसानों, छोटे दुकानदारों और मजदूरों को जबरदस्त चोट पहुंचायी।
नोटबंदी PM की सोची समझी चाल थी ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूँजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय क़र्ज़ माफ़ किया जा सके।
ग़लतफ़हमी में मत रहिए- ग़लती हुई नहीं, जानबूझकर की गयी थी।
इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज़ बुलंद कीजिए। #SpeakUpAgainstDeMoDisaster pic.twitter.com/WIcAqXWBqA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2020
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने नोटबंदी के वक्त कहा था कि यह कालेधन के खिलाफ लड़ाई है लेकिन यह झूठ था। यह जनता पर हमला था और जनता के पैसे को छीनकर अपने चुने हुए उद्योगपति मित्रों को देना चाहा। आपके पैसे से सरकार ने उद्योगपतियों का 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जीएसटी भी गलत तरीके से लागू करने का आरोप लगाया और कहा कि इसका असर ये हुआ कि छोटे दुकानदार, छोटे और मिडिल साइज बिजनेस हो गए। नए कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अब मोदी सरकार तीन नए कानून लायी है, जिनसे किसानों को खत्म करने के कानून हैं और किसानों के खेतों को उनके हाथ से छीनने के कानून हैं।