पंजाब में अनाज मंडियों का दौरा कर लौटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज लोकसभा में किसानों की दुर्दशा के लिए प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया और कृषकों की स्थिति जानने के लिए नरेन्द्र मोदी को पंजाब का दौरा करने की सलाह दी। इससे सदन में भारी हंगामा हुआ और सदन की बैठक कुछ मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।

मोदी के अक्सर विदेश दौरे पर रहने पर टिप्पणी करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का फिर से टूर लगा है। कुछ देर के लिए यहां आए हैं, पंजाब भी चले जाएं, सीधा समझ में आ जाएगा कि क्या हो रहा है।’’

प्रधानमंत्री मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की पृष्ठभूमि में कांग्रेस नेता ने सवालिया अंदाज में कहा, ‘‘क्या किसान ‘मेक इन इंडिया’ नहीं करता?’’

शून्यकाल में किसानों का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले भी कहा कि इसमें आपका ही फायदा है। मंडियों से अनाज उठाएंगे, मुआवजा देंगे तो फायदा आपका ही है, हमारा नहीं है।’’

PHOTOS: राहुल गांधी से मिलने को बेताब दिखे पंजाब के किसान 

राहुल गांधी ने सरकार से मांग की कि वह तुरंत मंडियों में अनाज की खरीद करे और किसान के दर्द को समझे। राहुल गांधी द्वारा सत्ता पक्ष की ओर इशारा कर ‘आपकी सरकार, आपकी सरकार’ संबोधित किए जाने पर जब सत्ता पक्ष के सदस्यों ने आपत्ति करते हुए सवाल किया कि क्या यह उनकी सरकार नहीं है तो उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारी सरकार है, आपकी सरकार है, मगर किसान मजदूर की सरकार नहीं है।’’

उनकी इस टिप्पणी पर विपक्षी सदस्यों ने जोरदार तरीके से मेजें थपथपाई। कांग्रेस नेता ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों के अनाज की खरीद नहीं कर रही है, हालांकि खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने उनके इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए राजग सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों की जानकारी दी।

पंजाब की अनाज मंडियों का दौरा कर लौटने और सरकार तथा प्रधानमंत्री को निशाना बनाने पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पलटवार करते हुए कहा कि एक उंगली कटाकर वह शहीद बनना चाहते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि वह सदन को पंजाब के उन किसानों की समस्याओं से अवगत कराना चाहते हैं जिनका अनाज मंडियों में पड़ा है और सरकार उसकी खरीद नहीं कर रही है। कांग्रेस नेता कल ही पंजाब में अनाज मंडियों का दौरा करके लौटे हैं।

विपक्ष की ओर से ‘शर्म करो’ के नारों के बीच राहुल गांधी ने कहा, मंडियों में किसान रो रहे हैं और हरियाणा के कृषि मंत्री कहते हैं कि आत्महत्या करने वाले किसान कायर हैं।’’

राहुल गांधी ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा, “सरकार ने ओलावृष्टि में मदद नहीं की, किसान सह गया” किसानों को बोनस मिलता था वो सरकार ने खत्म कर दिया, किसान ने वह भी सह लिया। खाद नहीं दी, उसे भी सह लिया लेकिन अब मंडियों में किसान का गेंहू नहीं उठाया जा रहा है।’’

हालांकि खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कांग्रेस नेता के तमाम आरोपों को खारिज किया और राहुल गांधी पर पंजाब की एक मंडी का दौरा करने पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘एक उंगली कटाकर शहीद बनना चाहते हैं।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता बिहार क्यों नहीं गए जहां भूकंप ने तबाही मचायी है। उन्होंने साथ ही किसानों को आश्वासन देते हुए कहा, “किसान का एक एक दाना खरीदा जाएगा और एमएसपी पर खरीदा जाएगा।”

किसानों की हालत का आकलन करने के लिए राहुल गांधी के पंजाब दौरे पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय मंत्री और पंजाब से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा क्यों नहीं किया।

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पुत्रवधु हरसिमरत कौर ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए परोक्ष रूप से कांग्रेस नेता के अवकाश पर जाने को निशाना बनाया और कहा कि जब ओलावृष्टि हो रही थी तो वह कहां थे।

संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि पासवान जवाब देने के लिए तैयार थे लेकिन यदि विपक्ष मामले का राजनीतिकरण करना चाहता है तो फिर मामला ही कुछ और हो जाता है।

इसी क्रम में हरसिमरत कौर बादल ने राहुल गांधी पर कुछ निजी टिप्पणियां भी कीं जिन्हें लेकर सदन में भारी हंगामा हुआ। कांग्रेस सदस्यों ने जहां निजी आरोपों पर कड़ी आपत्ति जतायी और उन टिप्पणियों को कार्यवाही से निकाले जाने की मांग की।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हरसिमरत की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जतायी और इसे कार्यवाही से निकाले जाने की मांग करते हुए कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे।

संसदीय मामलों के मंत्री एम वेंकैया नायडू ने हरसिमरत का बचाव करते हुए कहा कि वह केंद्रीय मंत्री हैं इसलिए वह हस्तक्षेप कर सकती हैं। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी कहा कि वह मंत्री हैं और पंजाब से आती हैं और इसलिए जवाब देने के लिए अधिकृत हैं।

महाजन ने साथ ही विपक्षी सदस्यों को आश्वासन दिया कि यदि हरसिमरत कौर ने कोई व्यक्तिगत टिप्पणी की है तो वह उसे देखेंगी और ऐसी कोई बात होगी तो उसे कार्यवाही से निकाल दिया जाएगा।