लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ऑफिस पहुंचे। राहुल के ऑफिस पहुंचते ही मौजूद सुरक्षा अधिकारियों ने वहां मौजूद सभी पत्रकारों को बाहर जाने का आदेश दिया गया। हालांकि जब पत्रकारों ने इसके पीछे की वजह जाननी चाही तो सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने बताया कि ऊपर से आदेश है। इसी दौरान ऑफिस के गेट पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गाड़ी भी काफी देर तक फंसी रही।
राहुल गांधी के एआईसीसी मुख्यालय पहुंचने से पहले तो सभी लोग हैरान रह गए क्योंकि ऐसा बताया जा रहा था कि पिछले कुछ दिनों से वो भारत से बाहर थे। राहुल के ऑफिस पहुंचने के कुछ ही मिनट के बाद ही ऑफिस के सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने सभी पत्रकारों को बाहर जाने को कहा लेकिन जब पत्रकारों ने जाने से इनकार कर दिया तो उनसे अनुरोध किया गया कि वे फोटो न खींचें और न ही वीडियो शूट करें। बाद में पता चला कि राहुल गांधी पार्टी ऑफिस एक फोटोशूट के लिए अचानक कांग्रेस दफ्तर पहुंचे थे। इसी वजह से सुरक्षा व्यवस्था अचानक बढ़ा दी गई थी।
हरियाणा की हार पर शुरू हुआ कांग्रेस में मंथन
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करारी हार मिली है। जिसके बाद से पार्टी नेताओं की मीटिंग हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान प्रभारी दीपक बाबरिया को पार्टी ने दिल्ली तलब किया है। पार्टी ने इन सभी को पूरी तरह से चुनाव में फ्री हैंड दिया था। लेकिन फिर भी मिली हार से हलचल मची हुई है। हालांकि गुरुवार को ही तीनों नेताओं को दिल्ली बुलाया गया था। लेकिन कोई भी मीटिंग में मौजूद नहीं रहा।
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बीते गुरुवार को हरियाणा चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी चुनाव जीत सकती थी लेकिन पार्टी के नेता अपने हित साधने में रह गए। जिस वजह से पार्टी की हार हुई। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी ने इशारे-इशारे में हुड्डा और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा के बीच सियासी मतभेद को लेकर ये बात कही थी।
