कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब के मोहाली में कहा कि देश के सभी संस्थानों पर हमला किया जा रहा है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल इस हमले के खिलाफ हैं। अगले साल वर्ष 2019 में हम भाजपा सरकार को दिल्ली से हटा देंगे। जल्द से जल्द भाजपा और मोदी जी की सरकार को हम दिल्ली से हटाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “यदि आज आप प्रेस को देखते हैं तो नोटिस करेंगे कि अखबार का फ्रंट पेज कैसे शादी, क्रिकेट, बॉलीवुड जैसी खबरों से भरा हुआ है। लेकिन शायद ही कभी किसानों और युवाओं की हालत के बारे में पढ़ सकेंगे। भ्रष्टाचार के बारे में पढ़ने को नहीं मिलेगा। यह सिर्फ राष्ट्रीय अखबारों का हाल नहीं है, बल्कि सभी राज्यों में मीडिया को कैप्चर कर लिया गया है। आज मीडिया वही कहता है जो पावरफुल लोग सुनना चाहते हैं। यह सेंसरशिप सिर्फ हिंदुस्तान में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हो रहा है।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, ” अखबार को शेर कहा जा सकता है। वह बड़े से बड़े लोगों को उसकी जगह दिखा सकता है। लेकिन अगर अखबारों के मालिक के अलग-अगल बिजनेस पर सरकार पकड़ बनाती है तो वह ‘पेपर टाइगर’ बन जाता है। फिर उसमें दम नहीं रहता है।प्रेस के लोगों को शादियों के बारे में जितना लिखना है, लिख लें। लेकिन असली समस्या है- बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे। आपको इन्हें जगह देनी ही पड़ेगी। प्रेस के लोगों को निडर होकर सच को सामने रखना चाहिए। चाहे वो कांग्रेस के बारे में ही क्यों न हो, क्योंकि हम आरएसएस नहीं हैं। हम आलोचनाओं को भी स्वीकारते हैं। हम चाहते हैं कि अखबार हमारी गलती के बारे में साफ लिखे।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट को स्वतंत्र होकर काम नहीं करने दिया जा रहा है। आर्मी का उपयोग राजनीतिक फायदे के लिए किया जा रहा है। भाजपा के मंत्री तक डरे हुए हैं। यह सब 2019 में रोक दिया जाएगा। आज मोदी जी के सामने बेरोजगारी सबसे बड़ी चुनौती है। लेकिन वो इसका समाधान नहीं कर रहे हैं। यह बहुत बड़ा मुद्दा है। आज मीडिया के लोगों को डराया और दबाया गया है। युवाओं का रोजगार, किसानों का हक, ये देश के मुख्य मुद्दे हैं। देश में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस गुस्से को बीजेपी और आएसएस के लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। इस गुस्से का कारण यह है कि युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।”

