कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (15 जुलाई) को पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूरोपीय संघ (EU) की संसद में भारत के आंतरिक मामले मणिपुर पर चर्चा हुई, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मणिपुर जल रहा है। यूरोपीय संघ की संसद ने भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला। इस बीच, राफेल के जरिये बैस्टिल दिवस परेड का टिकट मिल गया।’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी मणिपुर की स्थिति को लेकर सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि लोगों के बुनियादी मुद्दों का समाधान करने का प्रयास नहीं किया जा रहा है।
भारत ने मणिपुर की स्थिति पर यूरोपीय संघ की संसद में पारित किए गए एक प्रस्ताव को 13 जुलाई को ‘औपनिवेशिक मानसिकता’ से प्रेरित करार देते हुए खारिज कर दिया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत के आंतरिक मामलों में इस तरह का हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
भाजपा का पलटवार
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मणिपुर के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट का जवाब देते हुए ट्वीट किया, “एक व्यक्ति जो भारत के आंतरिक मामलों में अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप चाहता है, एक निराश राजवंश जो ‘मेक इन इंडिया’ की महत्वाकांक्षा को ठेस पहुंचाता है, जब हमारे प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय सम्मान मिलता है तो वो व्यक्ति भारत का मजाक उड़ाता है, लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद, वे इस बात से नाराज हैं कि रक्षा अनुबंध अब राजवंश के दरवाजे पर नहीं हैं।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब रक्षा मंत्रालय ने 26 राफेल फाइटर जेट्स खरीदने की योजना की घोषणा की है। इसके अलावा मंत्रालय ने तीन और स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियां खरीदने का भी इरादा रखता ज़ाहिर की है। इस सौदे का मूल्य अरबों यूरो के दायरे में होने का अनुमान है।