महाराष्ट्र के किसानों से संवाद करने के लिए पदयात्रा पर निकले राहुल गांधी ने गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उसे किसान विरोधी सरकार बताया। राहुल गांधी ने कहा कि यह गरीबों, किसानों और मजदूरों की सरकार नहीं है। यह सरकार चुनिंदा उद्योगपतियों की सरकार है। किसानों की स्थिति चिंताजनक है और यह सरकार उनकी समस्याओं की लगातार उपेक्षा कर रही है, जिससे सूबे के किसान उससे नाराज हैं।

किसानों की हालत जानने के लिए राहुल गांधी महाराष्ट्र के कपास उत्पादक विदर्भ के तीन दिन के दौरे पर हैं, जहां इस साल के पहले तीन महीनों में ही 319 किसानों ने आत्महत्या की है। राहुल गांधी ने पदयात्रा के बाद तोंगलाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब और महाराष्ट्र के किसानों की समस्याएं एक जैसी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसान विरोधी है। यह किसानों, मजदूरों और छोटे कारोबारियों की नहीं बल्कि चुनिंदा उद्योगपतियों की सरकार है। राहुल ने कहा कि पदयात्रा के दौरान उन्होंने किसानों से सीधे बात की है। वे किसानों को धैर्य बंधाने और उनकी ओर से लड़ने के लिए यहां आए हैं।

राहुल ने कहा कि सूबे में किसानों पर बढ़ता कर्ज ही उनकी आत्महत्या करने की प्रमुख वजह है। किसानों का कहना है कि उन पर जो कर्ज है, वह माफ होना चाहिए। उन्होंने किसान आत्महत्याओं की दूसरी वजह कृषि उपज का उचित समर्थन मूल्य नहीं मिलना और किसान आत्महत्या की तीसरी वजह बोनस मिलना बंद होना बताया। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को बोनस मिलता था। राहुल ने कहा कि किसानों की उपज का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाना चाहिए।

तीन दिन के विदर्भ दौरे पर निकले राहुल गांधी ने गुरुवार को लगभग 12 किलोमीटर पैदल यात्रा की। इस दौरान किसानों ने उन्हें अपनी समस्याएं बताते हुए कहा कि बीमा कंपनियों तक ने मुसीबत के मारे किसानों से धोखधड़ी करते हुए फसलों की तबाही के बाद उन्हें बीमे की रकम नहीं दी है। ऐसी स्थिति में किसानों के पास आत्महत्या करने के अलावा दूसरा चारा नहीं बचा है।

पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी ने आत्महत्या करनेवाले किसानों के परिवारों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को सांत्वना दी। राहुल ने कहा कि वे अकेले कुछ नहीं कर सकते। पार्टी की ओर से जरूर मदद की जा सकती है। किसानों को धीरज रखने की सलाह देते हुए राहुल ने कहा कि वह उनके साथ खड़े हंै और किसानों की आवाज को सरकार तक पहुंचाएंगे।

पदयात्रा के दौरान राहुल ने शहापुर और रामगांव के किसानों से मुलाकात की। राहुल ने शहापुर गांव में दिवंगत किशोर कांबले के परिवार का हालचाल लिया। आत्महत्या कर चुके किशोर के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का आश्वासन भी राहुल ने दिया। पदयात्रा के बाद राहुल ने तोंगलाबाद पहुंच कर पत्रकारों से मुलाकात की और किसानों और उनके साथ हुई बातचीत के बारे में बताया। राहुल ने कहा कि विदर्भ के किसानों की स्थिति बहुत चिंताजनक और उनसे बातचीत करने का अनुभव बेचैन कर देने वाला है।

दूसरी ओर भाजपा ने राहुल गांधी के विदर्भ दौरे की आलोचना की है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राव साहेब दानवे ने राहुल की पदयात्रा को निराश नेता की कोशिश बताया। दूसरी ओर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राहुल किसानों की परेशानियों की ओर ध्यान दे रहे हैं, यह अच्छी बात है।