संविधान दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस मौके पर दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस का एक कार्यक्रम खत्म हुआ। इस कार्यक्रम को लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने भी संबोधित किया। लेकिन संबोधन के बीच में ही उनका माइक बंद हो गया और काफी देर तक बंद रहा। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि जितना माइक बंद करना है, कर लो मैं फिर भी बोलूंगा।
दलितों की बात करने पर बंद कर दिया जाता माइक- राहुल का दावा
राहुल गांधी ने कहा कि संसद में दलितों की बात करने पर माइक बंद कर दिया जाता है लेकिन अगर आप माइक ऑफ करोगे, तो भी मैं अपनी पूरी बात करके रहूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि संविधान अहिंसा का रास्ता दिखाता है और यह सत्य और अहिंसा की किताब है। उन्होंने कहा कि जहां भी हमारी सरकार आएगी, हम जातिगत जनगणना कराएंगे। राहुल गांधी ने पूछा कि अगर ओबीसी की हिस्सेदारी ज्यादा है तो भागीदारी कम क्यों?
राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी चाहती है कि देश के कुछ अरबपति देश को अपने कंट्रोल में रखें, इसलिए वे संविधान को खत्म करना चाहते हैं। बीजेपी के इस कंट्रोल को तोड़ने के दो तरीके हैं एक तो जातिगत जनगणना करवाना और दूसरा आरक्षण में 50% की लिमिट खत्म करना। बीजेपी-आरएसएस कुछ भी कर ले, हम जातिगत जनगणना करवाकर रहेंगे।”
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नरेंद्र मोदी ने संविधान की किताब नहीं पढ़ी- राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की किताब नहीं पढ़ी है। उन्होंने कहा कि आपको कंपनियों के मालिक दलित या ओबीसी नहीं मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि आप किसी भी राज्य में चले जाइए, आपको दो या तीन नाम ऐसे मिलेंगे जिनकी सोच आपको संविधान की किताब में मिलेगी।
बैलेट पेपर से चुनाव के लिए कांग्रेस चलाएगी देशव्यापी अभियान
इस कार्यक्रम को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बड़ा ऐलान किया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हमको ईवीएम से चुनाव नहीं चाहिए। हमें बैलेट पेपर से चुनाव चाहिए। हमने जैसे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी, वैसे ही बैलेट पेपर से चुनाव के लिए एक देशव्यापी अभियान चलाएंगे।” पढ़ें कैसे दूसरे दलों के भरोसे है कांग्रेस