कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) और बैंकों के मुश्किल में होने से जुड़ी खबरों को लेकर बुधवार (8 जुलाई, 2020) को भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले जब उन्होंने ‘आर्थिक सुनामी’ आने की बात की थी तो सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने उनका मजाक बनाया था। उन्होंने ट्वीट किया, ‘लघु एवं मध्यम उपक्रम बर्बाद हो गए हैं। बड़ी कंपनियां गंभीर संकट में हैं। बैंक भी संकट में हैं।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैंने कुछ महीने पहले कहा था कि आर्थिक सुनामी आ रही है। भाजपा एवं मीडिया ने देश को सच्चाई के बारे में आगाह करने के लिए मेरा मजाक बनाया था।’ बाद में कांग्रेस ने गत 17 मार्च को संसद भवन परिसर में दिए राहुल गांधी के एक बयान का वीडियो भी जारी किया जिसमें केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा था कि ‘आर्थिक सुनामी’ आने वाली है और करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंचेगा।
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राहुल गांधी ने ट्वीट के साथ एक खबर का स्क्रीन शॉट भी शेयर किया है। जिसके मुताबिक देश में 500 बड़ी कंपनियों पर 1.67 करोड़ रुपए का कर्ज है। बैंकों का ये कर्ज एनपीए में तब्दील हो सकता है और कंपनियां कर्ज चुकाने में नाकाम रह सकती हैं।
Small & medium enterprises stand destroyed. Large companies are under severe stress. Banks are in distress.
I stated months ago that an economic tsunami was coming and was ridiculed by BJP and the Media for warning the country about the truth. pic.twitter.com/t901bUlp9Z
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 8, 2020
एक रिपोर्ट मुताबिक कोरोना वायरस महामारी से उपजे आर्थिक संकट के प्रभाव के चलते टॉप 500 कंपनियों पर बैकों का 1.67 लाख करोड़ का कर्ज चिंता बढ़ा सकता है। ये कंपनियां समय पर कर्ज चुकाने में पीछे रह सकती हैं और ये फंसे हुए कर्ज की श्रेणी में आ सकता है। यानी ये कर्ज एनपीए की श्रेणी में आ सकता है।
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि इस राशि को मिलाकर ऐसे फंसे कर्ज की कुल राशि 4.21 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है, जो 11 फीसदी के करीब बैठती है। (एजेंसी इनपुट)

