कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ईडी की कार्रवाई के विरोध में दो दिन से दिल्ली में कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं। राहुल गांधी के समर्थन में मार्च कर रहे कई पार्टी नेताओं को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया था। इस दौरान कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें पार्टी की महिला सांसद को दिल्ली पुलिस सड़क पर घसीट रही है।

दिल्ली पुलिस के इस तरह कांग्रेस की महिला सांसद को सड़क पर घसीटते देखकर बिफरे सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “चुल्लू भर पानी में डूब मरो मोदी सरकार। क्या किसी महिला को ऐसे सड़कों पर घसीटा जाता है? क्या किसी सांसद से ये व्यवहार होता है? कांग्रेस कार्यालय के बाहर ये शर्मनाक व्यवहार मोदी सरकार की कायरता को दिखाता है।”

नेता-कार्यकर्ता गिरफ्तार: दरअसल, राहुल गांधी पर ईडी की कार्रवाई के विरोध में दिल्ली के अकबर रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय से लेकर ईडी ऑफिस तक पार्टी नेताओं ने सत्याग्रह मार्च शुरू किया था।

इस दौरान, पुलिस ने अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, गौरव गोगोई, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, रंजीत रंजन, इमरान प्रतापगढ़ी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने 217 नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

अकबर रोड पर धारा 144 लागू: प्रदर्शन को लेकर अकबर रोड पर धारा 144 लागू कर दी गई थी। पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री के जवानों की भी तैनाती की गई थी। वहीं, कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पार्टी सचिव जसवंत गुर्जर समेत कई नेताओं को दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर ही रोक दिया था। जिसके बाद पुलिस और नेताओं के बीच बहस हुईं और पुलिस उन्हें वसंत कुंज थाने ले गई। हालांकि, कुछ देर बाद नेताओं को छोड़ दिया गया था।

हिरासत में लिए जाने से पहले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ”हमें धक्का दिया जा रहा है और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। क्या यह राज्यसभा और लोकसभा के सदस्यों के साथ व्यवहार करने का तरीका है? राहुल गांधी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। वह विजयी होकर आएंगे। हम यहां अपने नेता के समर्थन के लिए आए हैं। यह हमारा राजनीतिक और नैतिक दोनों कर्तव्य है।”