कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वायदों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए आज मांग की कि पूर्व सैनिकों की काफी समय से लंबित ‘वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी)’ के लिए एक तयशुदा तारीख बतायी जाए । राहुल गांधी इस मांग को लेकर धरने पर बैठे पूर्व सैनिकों के समर्थन में आज उनके पास गये ।

दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से धरना दे रहे पूर्व सैनिकों को जंतर मंतर से हटाने की कोशिश की थी । ये पूर्व सैनिक दो महीने से धरने पर हैं । जंतर मंतर पर बैठे पूर्व सैनिकों से मिलने गये राहुल गांधी ने पुलिस कार्रवाई को गलत बताया । उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने देश की सुरक्षा की है, उन्हें अवश्य सम्मान मिलना चाहिए ।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि हमारे प्रधानमंत्री काफी आसानी से वायदे कर लेते हैं लेकिन उन्हें पूरा करने में विफल रहते हैं । उन्होंने युवाओं को नौैकरी का वायदा किया था लेकिन ‘मेक इन इंडिया’ सफल नहीं हुआ । उन्होंने स्वच्छ भारत का वायदा किया था लेकिन स्वच्छ भारत के कोई परिणाम नहीं निकले ।’’

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने धरना दे रहे पूर्व सैनिकों से मुलाकात के बाद यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री ने निगमित घरानों के अपने मित्रों से वायदा किया था कि वह भूमि विधेयक पारित करा लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ । इसी तरह उन्होंने ओआरओपी लागू करने का वायदा किया था लेकिन कुछ नहीं हुआ ।

राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को वायदा करने से पहले ओआरओपी के कार्यान्वयन से जुडेÞ तकनीकी पहलुओं के बारे में सोचना चाहिए था ।

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वन रैंक वन पेंशन की मांग कर रहे पूर्व सैन्यकर्मियों का समूह पिछले दो महीने से प्रदर्शन कर रहा है। पुलिस की कार्रवाई को काला स्वतंत्रता दिवस करार देते हुए ग्रुप कैप्टन (सेवानिवृत्त) वी के गांधी ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस से मात्र एक दिन पहले पुलिस ने जिस तरीके से हमारे खिलाफ कार्रवाई की, वह अनुचित है। यदि सुरक्षा संबंधी कोई मामला था तो उन्हें इस बारे में पहले हमसे बातचीत करनी चाहिए थी। (फोटो: एपी)

 

उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने वायदा किया था कि वह ओआरओपी लागू करेंगे । यह बहुत साधारण मामला है, अब प्रधानमंत्री को तारीख बतानी चाहिए, अगर वह कहते हैं कि इस तारीख पर कार्य हो जाएगा तो पूरा आंदोलन समाप्त हो जाएगा ।’’
राहुल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने ओआरओपी को लेकर वायदा किया है और अब उन्हें केवल एक लाइन कहनी है कि इस तारीख तक मैं कार्य संपन्न कर दूंगा ।’’

इससे पहले पुलिस ने जंतर मंतर से पूर्व सैनिकों को हटाने की कोशिश की । बाद में पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने हालांकि कहा कि धरना दे रहे पूर्व सैनिकों को उनका धरना जारी रखने की अनुमति दे दी गयी है ।

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राहुल ने कहा कि पूर्व सैनिकों ने पूरा जीवन सीमाओं की रक्षा की है । वे यहां आंदोलन कर रहे हैं, वे कुछ गलत नहीं कर रहे हैं । उन पर बल प्रयोग नहीं होना चाहिए । उन्हें इस जगह :जंतर मंतर: से नहीं हटाया जाना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ओआरओपी को लेकर किये गये वायदे को पूरा किया । संप्रग सरकार इस बारे में पहले ही फैसला कर चुकी थी ।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जहां तक तकनीकी पहलुओं का सवाल है, सरकार को कोई वायदा करने से पहले उस पर विचार करना चाहिए था, ना कि वायदा करने के बाद ।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस धरना दे रहे पूर्व सैनिकों के साथ है और सुनिश्चित करेगी कि ओआरओपी लागू हो जाये ।
मोदी सरकार कहती आयी है कि वह ओआरओपी लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है । लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने एक वायदा ये भी किया था ।

ओआरओपी लागू होने के बाद लगभग 22 लाख पूर्व सैनिकों और छह लाख से अधिक शहीद सैनिकों की विधवाओं को तत्काल फायदा होगा ।