जम्मू कश्मीर के पुलवामा में भारतीय जवानों पर हुए हमले की आज पांचवी बरसी है। 14 फरवरी 2019 को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस बीच राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि 5 सालों में इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘पुलवामा हमले के 5 वर्ष! न कोई सुनवाई, न कोई उम्मीद और अनगिनत सवाल जिनका अभी तक नहीं मिला कोई जवाब। आखिर शहीदों को न्याय कब? शहीद परिवारों की पीड़ा सुनिए और समझिए।” राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें शहीद परिवारों का दर्द साझा किया है।

इससे पहले बुधवार सुबह राहुल गांधी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने X पर लिखा था, “पुलवामा आतंकी हमले के वीर शहीदों को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि। भारत की रक्षा को समर्पित उनके इस सर्वोच्च बलिदान के लिए, देश सदा ऋणी रहेगा।”

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 में पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर आतंकवादी हमले में शहीद हुए जवानों को बुधवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनके बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। पीएम मोदी ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘पुलवामा में शहीद हुए बहादुर जवानों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। देश के लिए उनकी सेवा और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।’ वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘मैं पुलवामा के वीर शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमारी मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। उनके सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जायेगा। राष्ट्र सदैव हमारे बहादुरों का ऋणी रहेगा।’

पुलवामा हमला

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे। एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे एक वाहन से सीआरपीएफ की बस को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद हुए विस्फोट में बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। यह बस जम्मू से श्रीनगर जा रहे काफिले का हिस्सा थी। इसके जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाते हुए हवाई हमला किया था।