कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को 52 साल के हो गए। इस मौके पर उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से उनका जन्मदिन नहीं मनाने की अपील की है। राहुल ने कहा कि देश के युवा परेशान हैं और सड़कों पर विरोध कर रहे हैं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके साथ खड़ा होना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के पुत्र राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में हार के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, बार-बार उनको पार्टी की कमान फिर से सौंपने की मांग उठती रही है। राहुल गांधी के जन्मदिन के मौके पर आइए जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ बातों को…
शर्मीले स्वभाव के राहुल गांधी को अंधेरे से डर लगता था। खुद राहुल गांधी ने दिल्ली में स्कूली बच्चों को अपनी दादी इंदिरा गांधी से जुड़ी एक कहानी सुनाई थी। राहुल ने बताया था, “मैंने दादी से कहा था कि मुझे अंधेरे से डर लगता है। मुझे लगता कि अंधेरे में कोई डरावनी चीज है। एक मैं बरामदे में गया, फिर गार्डन में गया लेकिन मुझे अंधेरे से डर नहीं लगा, मेरे दादी मेरे लिए खड़ी रहीं थी।” इस तरह, इंदिरा गांधी ने राहुल गांधी के मन में अंधेरे को लेकर बैठे डर को दूर किया।
राहुल गांधी को अपनी दादी (इंदिरा गांधी) से बहुत लगाव था। उनकी हत्या का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “वो हमारे दोस्त भी थे लेकिन एक दिन उन्होंने मेरी दादी की हत्या कर दी। दो पुलिस के जवानों ने मेरी जिंदगी पहले जैसी नहीं रहने दी। इससे ज्यादा तकलीफ मैंने अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखी थी।”
घर पर पांच साल स्कूली पढ़ाई करने के बाद राहुल गांधी ने 1989 में दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज में दाखिला लिया था। यहां वह इतिहास पढ़ने आए थे लेकिन कॉलेज में भी उनकी जिंदगी आम स्टूडेंट्स की तरह नहीं थी। एबीपी न्यूज की एक डॉक्युमेंट्री के मुताबिक, आरती रामचंद्र लिखती हैं कि राहुल गांधी हमेशा सफारी ड्रेस पहने सुरक्षाकर्मियों से घिरे रहते थे। उनकी संख्या 20-25 के करीब होती थी। राहुल गांधी चुपचाप अपनी क्लास में आते और सबसे पिछली सीट पर बैठ जाते थे। राहुल गांधी न अपनी मर्जी से कहीं जा सकते थे और न कुछ खा सकते थे।