देशभर में हिंदी और स्थानीय भाषाओं को लेकर बाहर छिड़ी हुई है। इस बीच लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है। राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत में अंग्रेजी सबसे ताकतवर भाषा है और आगे बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी है। राहुल गांधी ने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा कि हिंदी भाषा की शिक्षा मत लो लेकिन अंग्रेजी की वजह से हमारी प्रगति हो सकती है।

अंग्रेजी सबसे ताकतवर- राहुल

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “प्रगति के लिए शिक्षा में सबसे महत्वपूर्ण कारण क्या है? अंग्रेजी। भारत में सफलता और प्रगति का सबसे बड़ा निर्धारक अंग्रेजी शिक्षा है। आज भारत में अंग्रेजी शिक्षा किसी क्षेत्रीय भाषा या हिंदी में दी जाने वाली शिक्षा से कहीं ज़्यादा प्रभावशाली है। यह एक आश्चर्यजनक तथ्य है। लेकिन यह एक सच्चाई है। मैं यह नहीं कह रहा कि हिंदी महत्वपूर्ण नहीं है, क्षेत्रीय भाषाएं महत्वपूर्ण नहीं हैं, वे बहुत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन आज भारत में प्रगति का निर्धारण अंग्रेजी शिक्षा कर रही है।”

राहुल गांधी ने कहा कि इसका मतलब है कि हमें हिंदी शिक्षा, तमिल शिक्षा, कन्नड़ शिक्षा प्रदान करनी होगी। उन्होंने कहा कि उसके ठीक बाद अंग्रेजी भाषा का स्थान होना चाहिए। राहुल ने कहा कि यह एक अजीब बात है, लेकिन यह एक ऐतिहासिक तथ्य है।

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राहुल गांधी ने बिना नाम लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आप उन सभी भाजपा के लोगों से पूछिए जो कहते हैं कि अंग्रेज़ी को खत्म कर देना चाहिए, आपके बच्चे किस स्कूल/कॉलेज में पढ़ते हैं?। जवाब हमेशा यही होगा कि वे इंग्लिश मीडियम के स्कूल में पढ़ते हैं। तो मेरा सवाल है- यह अवसर भारत के सबसे गरीब व्यक्ति को क्यों नहीं दिया जाना चाहिए? यह अवसर दलित बच्चों, आदिवासी बच्चों, ओबीसी महिलाओं को क्यों नहीं दिया जाना चाहिए?”

अमित शाह ने क्या कहा था?

बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ दिन पहले कहा था कि मेरी बात याद रखना कि एक समय हमारे जीवन में ही ऐसा आएगा, जब अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आएगी। उन्होंने कहा था कि अब ऐसे समाज का निर्माण दूर नहीं है। अमित शाह ने कहा था कि हमारे देश की भाषा और हमारी संस्कृति गहना है और भाषाओं के बगैर हम भारतीय ही नहीं रहते।