कर्नाटक की एक कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के मामले में 7 जून को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने यह मानहानि का मामला दायर किया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि कांग्रेस ने भगवा पार्टी को भ्रष्ट करार देने के लिए समाचार पत्रों में विज्ञापन छवपाए थे। यह मामला 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले का है। बीजेपी ने मानहानि का यह मामला 2023 में विशेष मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर किया था।
शनिवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को जमानत देने वाली स्पेशल कोर्ट ने राहुल गांधी को 7 जून को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। राहुल गांधी इस मामले में चौथे आरोपी हैं, जबकि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी), शिवकुमार और सिद्धारमैया पहले तीन आरोपी हैं।
भाजपा की कर्नाटक इकाई ने 1 जून को उपस्थित न होने पर राहुल गांधी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग की, जबकि कांग्रेस ने तर्क दिया कि गांधी का पार्टी द्वारा विज्ञापनों के प्रकाशन से कोई संबंध नहीं है।
कोर्ट ने राहुल गांधी को पेश होने से छूट दी, लेकिन कहा कि उन्हें 7 जून को उपस्थित होना होगा। कोर्ट ने मामले की तारीख तय करते हुए कहा, “आरोपी नंबर 4 द्वारा दायर आवेदन को स्वीकार किया जाता है और आज के लिए उनकी व्यक्तिगत उपस्थिति को समाप्त किया जाता है। यह स्पष्ट किया जाता है कि आरोपी नंबर 4 को अगली सुनवाई की तारीख पर इस कोर्ट के समक्ष बिना किसी चूक के उपस्थित होना होगा।”
मानहानि का मामला भाजपा के राज्य महासचिव एस केशव प्रसाद द्वारा 8 मई, 2023 को कोर्ट में दायर एक निजी शिकायत के आधार पर उठाया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि शिवकुमार, सिद्धारमैया और राहुल गांधी जैसे कांग्रेस नेता 2019 से 2023 तक कर्नाटक की भाजपा सरकार को भ्रष्ट बता रहे हैं।
शिकायत में प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने यह दावा करके भाजपा को बदनाम किया है कि पार्टी नेतृत्व ने राज्य में विभिन्न पदों के लिए कीमतें तय की हैं जैसे कि सीएम पद के लिए 2,500 करोड़ रुपये और मंत्री पद के लिए 500 करोड़ रुपये, जिससे शासन में भ्रष्टाचार होता है।
प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने 5 मई, 2023 को अखबारों में विज्ञापन भी दिए, जिसमें कोविड किट टेंडर सौदों में 75 प्रतिशत, पीडब्ल्यूडी टेंडरों के लिए 40 प्रतिशत, धार्मिक संगठनों को अनुदान के लिए 30 प्रतिशत और ऐसे अन्य सौदों में कमीशन का आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा कि ये आरोप “चुनावों के दौरान भाजपा पार्टी का अपमान” हैं।
स्पेशल कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं को 11 मार्च 2024 को समन जारी किया था। शुरुआत में राहुल गांधी ने एक वकील के माध्यम से कोर्ट को बताया कि वह लोकसभा चुनावों के कारण खुद पेश नहीं हो पाएंगे और उन्होंने जून में तारीख मांगी।
कोर्ट ने इस साल 28 मार्च को कहा, ‘आरोपी नंबर 4 के वकील ने कहा कि आरोपी को दिल्ली से यात्रा करनी है और वह आगामी चुनावों से पहले इस कोर्ट के समक्ष उपस्थित होने में असमर्थ है। और आरोपी नंबर 4 की उपस्थिति के लिए मामले को जून के महीने में पोस्ट करने की प्रार्थना की। मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए आरोपी नंबर 4 को 01.06.2024 तक पेश होने के लिए समय दिया जाता है।’
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि भाजपा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करके भगवा पार्टी के कार्यकाल के दौरान हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए कांग्रेस पार्टी को उकसा रही है। शिवकुमार ने कहा, “राहुल गांधी, सिद्धारमैया और मेरा नाम शिकायत में दर्ज है। हम कानून का सम्मान करते हैं और राहुल गांधी जल्द ही कोर्ट में पेश होंगे।’
उन्होंने कहा, “कर्नाटक में भाजपा पूरे देश में सबसे भ्रष्ट पार्टी है। वे कांग्रेस के विज्ञापनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करके सच में खुद को बेनकाब करने की मांग कर रहे हैं। हम दिखाएंगे कि हम क्या करने में सक्षम हैं।”
उन्होंने कहा, “भाजपा ने कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी किए गए कुछ विज्ञापनों के बारे में शिकायत दर्ज की है। पिछली भाजपा सरकार के घोटालों पर हमारे विज्ञापन पूरी तरह से अखबारों की रिपोर्टों और कर्नाटक के कुछ भाजपा नेताओं द्वारा जारी किए गए बयानों पर आधारित हैं। अब जब वे अदालत चले गए हैं, तो हम इन आरोपों को साबित करेंगे।”
शिवकुमार ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बसवराज पाटिल यतनाल ने आरोप लगाया कि कर्नाटक भाजपा में बिना पैसे दिए कोई भी मंत्री नहीं बन सकता और भाजपा नेताओं का दावा है कि मुख्यमंत्री के पद की कीमत 2,500 करोड़ रुपये और मंत्री के पद की कीमत 100 करोड़ रुपये है।
उन्होंने कहा, “उन्होंने प्रचार पाने के लिए राहुल गांधी का नाम जोड़ा है। वह आज नहीं आ सके, क्योंकि वह इंडिया अलायंस मीटिंग में व्यस्त थे। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और मैं कोर्ट में पेश हुए हैं। भाजपा इसमें राजनीति कर रही है, हम भी राजनीति जानते हैं।”