पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आज कहा कि वे आगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। बिहार विधान परिषद के मुख्य द्वार पर आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए राबड़ी ने कहा कि वे अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी वर्तमान में बिहार विधान परिषद सदस्य हैं और वह वर्ष 1997 से 2005 के बीच प्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। पिछले साल सारण संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, पर भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी के हाथों पराजित हो गयी थीं।
उन्होंने अपने दोनों पुत्रों तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लडने की पुष्टि की। राबड़ी के दो पुत्र और सात पुत्री हैं। उनकी बड़ी पुत्री मीसा भारती ने पिछला लोकसभा चुनाव पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से लड़ा था, पर भाजपा प्रत्याशी और कभी लालू के काफी विश्वस्त रहे रामकृपाल यादव के हाथों पराजित हो गयी थीं। विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने उनके नाम का जिक्र नहीं किया।
चारा घोटाला के एक मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद को वर्ष 2013 में सीबीआई की एक अदालत के पांच वर्ष की कैद और 25 लाख रुपये अर्थदंड की सजा सुनाये जाने पर वह चुनाव लड़ने से वंचित हो गए, जो वर्तमान में जमानत पर रिहा हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन (जदयू, राजद, कांग्रेस और राकांपा) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहा है जबकि भाजपा नीत राजग गठबंधन में लोजपा, रालोसपा और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा शामिल है।
इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों के अगला विधानसभा चुनाव लड़ने संबंधी प्रश्न का उत्तर देने से बचते हुए वह अपने वाहन में बैठकर रवाना हो गये और जाते हुए उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पूर्व में आप लोगों को बता चुके हैं। इसके बाद उनके चुनाव लड़ने को लेकर अटकले शुरू हो गयी है। नीतीश कुमार वर्तमान में बिहार विधान परिषद सदस्य हैं।