नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद देशभर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए और नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की गई। पिछले महीने महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश नाम के शख्स की हत्या सिर्फ इसलिये कर दी गई, क्योंकि उन्होंने नूपुर शर्मा का समर्थन सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया था। इसी मुद्दे को लेकर समाचार चैनल इंडिया टीवी पर बहस चल रही थी।
समाचार चैनल इंडिया टीवी पर बहस के दौरान मुस्लिम समुदाय के कई प्रबुद्ध लोग बैठे थे। बहस के दौरान इस्लामिक स्कॉलर रिजवान अहमद ने कहा, “मदरसा भूल जाइए, कुरान शरीफ भूल जाइए,हुजूर की शान भूल जाइए, अगर मैं सिर्फ इतना कह दूं कि मोदी जी की ये नीति बहुत अच्छी है, तो बल भर गालियां देते हैं। हम लोगों के डीएनए में ही इन्टॉलरेंस आ गया है। मोदी की तारीफ करते ही गालियां देने लगते हैं और आरएसएस का आदमी कहने लगते हैं।”
रिजवान अहमद ने आगे कहा, “तीन तलाक की कुरीति को देश से खत्म किया गया, लेकिन उस दौरान आपको डिबेट में कितने लोग मिल गए, जिन्होंने ये कहा कि मोदी बिलकुल सही कर रहा है। अभी क्लास रूम में हिजाब की बात हुई, कितनों ने कहा कि ये नहीं होना चाहिए। हमारे में सबसे बुनियादी प्रॉब्लम इन्टॉलरेंस की है।”
रिजवान अहमद ने अमेरिका का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका यूएस बॉर्न टेरर से जूझ रहा है। उन्होंने कहा, “अमेरिका में कितने मदरसे हैं? देवबंद की कितनी ब्रांच है? अमेरिका अब होम बॉर्न टेरर से लड़ रहा है। वो आदमी जो अमेरिका में पैदा हुआ है, वो आदमी जो अमेरिका के स्कूल में गया है, वो आदमी जिसने अमेरिका से ग्रेजुएशन किया है, अब उसको कैसे एक्सप्लेन करेंगे।
बता दें कि बीते 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। उमेश कोल्हे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था, जिसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। वहीं इस मामले को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एनआईए को सौंप दिया है। उदयपुर में कन्हैयालाल नाम के दर्जी की भी हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने के कारण हुई थी।