Punjab Municipal Corporation Elections Result: दिल्ली में विधानसभा चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है, आम आदमी पार्टी दावा कर रही है कि वो दिल्ली चुनाव में बहुमत हासिल कर हैट्रिक जमा देगी। हालांकि दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम से पहले पंजाब में घोषित किए गए नगर निगम के चुनाव परिणाम आम आदमी पार्टी के लिए बेहद चिंताजनक बताए जा रहे हैं।
पंजाब में हाल में हुए नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी को सिर्फ एक जगह (पटियाला) जीत मिली है। वह दो स्थानों (जलंधर और लुधियाना) में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के होम ग्राउंड संगरूर में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। लुधियाना नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के दो मौजूदा विधायकों की पत्नी चुनाव हार गईं।
हालांकि पटियाला की अपनी जीत और लुधियाना – जलंधर में सबसे बड़ा दल बनकर उभरने पर राज्य में आम आदमी पार्टी के चीफ अमन अरोड़ा ने कहा कि उनकी पार्टी पांच शहरों में हुए निगम चुनावों में कुल 961 वार्डों में से 522 पर जीतने में सफल रही। इसके अलावा आम आदमी पार्टी 41 परिषदों और नगर पंचायत जीती। उन्होंने कहा कि इसका मतलब ये है कि 55% वार्ड आम आदमी पार्टी के कब्जे में हैं जबकि कांग्रेस 20%, BJP 7% (69 वार्ड) और शिरोमणि अकाली दल 3% (31 वार्ड) जीती हैं।
संगरूर में AAP सिर्फ 29 वार्ड जीती
मुख्यमंत्री भगवंत मान के क्षेत्र संगरूर में आम आदमी पार्टी 29 वार्डों में से सिर्फ 7 जीत सकी जबकि कांग्रेस और बीजेपी को क्रमश: नौ और तीन वार्डों में जीत हासिल हुई है। संगरूर में अकाली दल ने चुनाव नहीं लड़ा था लेकिन उसने निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन किया था। द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में सूत्रों ने बताया कि संगरूर में चुनाव जीतने वाले दस निर्दलीय पार्षदों में से तीन को शिरोमणि अकाली दल ने समर्थन किया था।
नतीजों को लेकर विपक्ष क्यों AAP पर कर रहा हमले?
पटियाला में, जहां राज्य सरकार ने कथित “ज्यादतियों” के लिए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की फटकार के बाद 60 वार्डों में से सात के चुनाव स्थगित कर दिए थे, वहां AAP ने 45 वार्डों में से 35 पर जीत हासिल की, जबकि SAD ने दो वार्ड जीते। यहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों दलों ने चार-चार सीटों पर जीत दर्ज की। पटियाला में आम आदमी पार्टी के आठ पार्षदों ने निर्विरोध जीत हासिल की है।
आपको बता दें कि हाईकोर्ट की फटकार उस वीडियो के वायरल होने के बाद आई है जिसमें कथित तौर पर एक बीजेपी उम्मीदवार का नामांकन पत्र छीनकर जमीन पर फेंका जा रहा है। हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन करने का भी निर्देश दिए हैं, जो वीडियो में दिख रहे थे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
शनिवार को पंजाब बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष जय इंदर कौर ने चुनाव आयोग से एक वीडियो के साथ संपर्क किया, जिसमें कथित तौर पर दो बाहरी लोग मतगणना कक्ष में दिखाई दे रहे हैं। हालांकि विरोधियों के आरोपों को नकारते हुए पंजाब के आप अध्यक्ष कहते हैं कि विपक्ष इस मुद्दे को “अनावश्यक रूप से” उठा रहा है। उन्होंने कहा, “संगरूर में 10 निर्दलीय उम्मीदवार जीते। अगर कोई गड़बड़ी होती तो यह घटना नहीं होती।”
परिणाम AAP के लिए क्यों चिंताजनक?
लुधियाना में आम आदमी पार्टी 95 में से 41 वार्ड जीतकर भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनी हो लेकिन उसे बहुमत नहीं मिला। उसके दो विधायकों की पत्नी चुनाव हार गईं। बात अगर अमृतसर की करें तो यहां कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ा दल बनकर उभरी… उसे 85 में से 43 सीटों पर जीत हासिल हुई जबकि आप, बीजेपी और अकाली दल क्रमश: 24, 9 और चार सीटें ही जीत सकीं। कांग्रेस सूत्रों का दावा है कि पांच निर्दलीय पार्षदों ने उन्हें समर्थन का वादा किया है।
फगवाड़ा में किसी भी दल को बहुमत हासिल नहीं हुआ। यहां कांग्रेस और बसपा के बीच गठबंधन था। कांग्रेस यहां 22 तो बसपा तीन सीटें जीतने में सफल रही जबकि आप, बीजेपी और अकाली दल क्रमश: 12, 4 और 6 वार्ड जीते। जलंधर में आम आदमी पार्टी बहुमत से दूर रह गई। उसे 85 में से 39 सीटों पर जीत हासिल हुई। कांग्रेस पार्टी को 34 सीटों पर सफलता मिली। यहां बीजेपी, बीएसपी और निर्दलीयों को क्रमश: 19, 1 और दो सीटें हासिल हुईं। यहां पढ़िए पूरी खबर