पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में मची उथल-पुथल के बीच राज्य सरकार ने बुधवार को एक बड़ा ऐलान किया। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सरकार दो किलोवॉट तक बिजली इस्तेमान करने वाले लोगों के बकाया बिल माफ कर देगी। जिनके कनेक्शन काटे गए हैं, उन्हें फिर से जोड़ दिए जाएंगे। करीब 1200 करोड़ का बिजली बिल सरकार भरेगी। इससे राज्य के 53 लाख किसानों को फायदा होगा। गांव के सरपंच दोबारा कनेक्शन जुड़वाने में मदद करेंगे। सरकार का यह फैसला आज से ही लागू हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि “मैं पंजाब के गांवों में नियमित रूप से जाता रहा हूं और बिजली एक बड़ी समस्या है… अधिक बिलों का भुगतान न करने के कारण कई घरों के मीटर काट दिए गए। इससे लोग परेशान हैं। मैं उनकी परेशानी समझता हूं और समस्या काे दूर करने का प्रयास कर रहा हूं।”
प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर पूछे गए मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जो कोई भी पार्टी अध्यक्ष होता है, वह परिवार का मुखिया होता है। मैंने उन्हें (नवजोत सिंह सिद्धू) फोन किया था और उन्हें बताया था कि पार्टी सर्वोच्च है…। मैंने उनसे फोन पर बात की है और उनसे कहा है कि चलिए बैठिए, बात करिए और इस मुद्दे को सुलझाइए।
इस बीच पंजाब के दौरे पर गए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोहाली में मीडिया से बात करते हुए कहा, ” मैं चन्नी साहब को सीएम बनने पर बधाई देता हूं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में दागी मंत्रियों को शामिल किया और दागी अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग दी है। मैं उन्हें बर्खास्त करने और कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं।”
उन्होंने कहा, “बरगारी (बेअदबी) मामले से पंजाब के लोग खफा हैं। मुझे यह बताने की जरूरत नहीं है कि मामले का मास्टरमाइंड कौन है। उसे अभी तक कोई सजा नहीं मिली है। चन्नी साहब को कुंवर विजय प्रताप सिंह की रिपोर्ट पढ़नी चाहिए, वे नाम खोज लेंगे। 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी हो सकती है।”