Punjab News: दिल्ली विधानसभा में राज्य की पिछली सरकार की शराब नीति से जुड़ी कैग की रिपोर्ट पेश की गई है। राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद यह रिपोर्ट सदन में पेश की गई है। आज विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इसकी जांच के लिए पीएसी का गठन किया। अगले तीन महीने में यह समिति इस रिपोर्ट में जो वित्तीय अनियमितताएं और अन्य खामियों को उजागर किया गया है, उस पर अपना रिपोर्ट देगी। अब पंजाब में विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सीएजी से पंजाब में भी जांच शुरू करने की अपील की।

कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, ‘कैग रिपोर्ट के अनुसार, आप सरकार में 2021-22 में आबकारी नीति तैयार करने और उसे लागू करने में कथित अनियमितताओं के कारण दिल्ली सरकार को 2,002 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। कैग रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि आप सरकार के विज्ञापन अभियानों पर खर्च 2018 और 2022 के बीच 1,200 प्रतिशत बढ़ गया है।’

दिल्ली की आबकारी नीति की पंजाब ने नकल की

प्रताप सिंह बाजवा ने आगे कहा कि आप ने पंजाब में सरकार बनाने के बाद दिल्ली की आबकारी नीति की पंजाब में नकल की, पंजाब में आप सरकार ने भी अपने कामकाज का झूठा प्रचार करने के लिए दिल्ली में बैठे अपने आकाओं का अनुसरण किया। उन्होंने दावा किया कि ऐसे कई मौके आए जब आप की पंजाब सरकार ने पंजाब के अलावा दूसरे राज्यों में विज्ञापन प्रसारित किए, जिससे पंजाब के खजाने से पैसे बरबाद हुए।

 दिल्ली शराब घोटाले में अनियमितता की परतें

सीएजी रिपोर्ट में हुआ खुलासा

आम आदमी पार्टी सरकार में बनाई गई नई शराब नीति को लेकर सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कई खामियां पाई हैं। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस नीति से सरकार के खजाने पर 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। इतना ही नहीं इसमें यह भी कहा गया कि आप सरकार ने जो नई शराब नीति बनाई थी इसमें लिए गए कई फैसलों की जानकारी ना तो एलजी को थी और ना ही कैबिनेट को थी। मंगलवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सीएजी की रिपोर्ट सदन पटेल पर प्रस्तुत किया था। पल-पल की अपडेट्स के लिए पढ़ें लाइव ब्लॉग…