पिछले दिनों पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में वे भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं। नई राजनीतिक पार्टी के ऐलान के बाद अपने ही पूर्व सहयोगियों के निशाने पर आए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को एक के बाद एक ट्वीट कर पलटवार किया। साथ ही कांग्रेस नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि आप लोग धर्मनिरपेक्षता के बारे में बात करना बंद करो। इसके अलावा उन्होंने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर भी जमकर पलटवार किया।
दरअसल बुधवार को पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कैप्टन अमरिंदर के द्वारा नई पार्टी का ऐलान किए जाने को लेकर कहा कि कैप्टन के फैसले से पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि इससे हमारे विरोधियों के वोट बंटेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वह जानबूझकर गलती करना चाहते हैं और बीजेपी में जाना चाहते हैं तो जाएं। जिस बीजेपी ने 10 महीने से किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर रखा है उसे कौन माफ कर सकता है? जिस तरह से उनका किसान आंदोलन के प्रति रवैया रहा है, क्या पंजाब बीजेपी को माफ कर सकता है? ऐसा लगता है जैसे उन्होंने अपने अंदर के सेक्युलर अमरिंदर को मार दिया।
हरीश रावत के इन्हीं बयानों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को ट्वीट कर पलटवार किया। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठकुराल ने उनके हवाले से ट्वीट करते हुए लिखा कि आप(हरीश रावत) सेकुलरिज्म के बारे में बात करना बंद कीजिए। यह मत भूलिए कि कांग्रेस ने 14 साल बीजेपी में रहने वाले नवजोत सिद्धू को पार्टी में लिया। अगर नाना पटोले और रेवनाथ रेड्डी आरएसएस से नहीं आए तो कहां से आए। परगट सिंह अकाली दल के साथ 4 सालों तक थे।
आगे उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आप महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ क्या कर रहे हैं। या आप कह रहे हैं कि जब तक कांग्रेस के लिए उचित हो वो कथित सांप्रदायिक दलों के साथ मिले रहें। यह सरासर राजनीतिक अवसरवाद नहीं है तो और क्या है। साथ ही उन्होंने हरीश रावत को जवाब देते हुए यह भी लिखा कि आप कह रहे हैं कि मैंने साढ़े 4 साल अकालियों की मदद की। तो मैंने उनके खिलाफ 10 साल तक कोर्ट केस क्यों लड़ा और क्यों 2017 के बाद कांग्रेस पंजाब में हर चुनाव जीतती रही।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आपको डर है कि मैं पंजाब में कांग्रेस के हितों का नुकसान करूंगा। जबकि सच्चाई यह है कि पार्टी ने मुझपर भरोसा न करके और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे अस्थिर व्यक्ति के हाथों में पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपकर खुद को नुकसान पहुंचाया है। नवजोत सिंह सिद्धू सिर्फ खुद के प्रति वफादार है।
इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के उस ट्वीट पर भी जमकर पलटवार किया जिसमें उन्हें कृषि कानूनों का आर्किटेक्ट बताया गया। अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आप कितने धोखेबाज हो। मेरे 15 साल पुराने फसल विविधीकरण को उन कृषि कानूनों से जोड़ रहे हैं जिसके खिलाफ मैं अभी भी लड़ रहा हूं और जिसके साथ मैंने अपना राजनीतिक भविष्य जोड़ा है। इससे साफ़ पता चलता है कि आप पंजाब और यहां के किसानों के हितों के बारे में अनजान हैं। आप स्पष्ट रूप से विविधीकरण और कृषि कानूनों के बीच के अंतर को नहीं जानते हैं और फिर भी आप पंजाब का नेतृत्व करने का सपना देखते हैं। अगर ऐसा कभी होता है तो यह कितना भयानक होगा।