पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों की गिरफ्तारी और छापेमारी की कार्रवाई को लेकर पीएफआई के समर्थक देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर अपना विरोध जता रहे हैं। इस बीच तमिलनाडु में बीजेपी कार्यकर्ता पर पट्रोल बम फेंकने का एक और मामला सामने आया है।
तमिलनाडु में पिछले 48 घंटे के दौरान पेट्रोल बॉम्बिंग की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इनमें बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों की प्रोपर्टी और वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया है। ज्यादातर घटनाएं कोयंबटूर से सामने आ रही हैं और ताजा मामला भी वहीं का है। इन घटनाओं को लेकर बीजेपी नेताओं ने चिंता जताई है और खराब कानून व्यवस्था के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इसके साथ ही वह उन लोगों के खिलाफ एक्शन लेने की मांग कर रहे हैं, जो इन घटनाओं में शामिल हैं।
वहीं, पुलिस अधिकारी सीसीटीवी फुटेज के जरिए राज्य में उपद्रव मचाने वालों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। ये घटनाएं ऐसे समय में हो रही हैं, जब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस वक्त तमिलनाडु के दौरे पर हैं।
कोयंबटूर में पेट्रोल बॉम्बिंग की घटनाएं सबसे ज्यादा सामने आई हैं, इसे देखते हुए यहां पुलिस तैनात कर दी गई है और दूसरे जिलों से भी पुलिस बुलाई गई है। सबसे पहला मामला गुरुवार को सामने आया था, जब कोयंबटूर में बीजेपी के कार्यालय पर बम से हमला किया गया। इसके बाद एक के बाद एक कई घटनाएं देखने को मिली है। इसके बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता सीतारमण के घर पर भी पेट्रोल बम से हमला किया गया था।
उधर, अपने नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ पुणे में जिला कलेक्ट्रेट के बाहर पीएफआई के समर्थकों ने प्रदर्शन किया और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए। इस कारण तनाव का माहौल पैदा हो गया। इसके बाद पीएफआई के कई समर्थकों को हिरासत मे लिया गया और 60 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी और प्रवर्तन निदेशालय की संयुक्त टीम ने 22 सितंबर को कार्रवाई करते हुए 11 राज्यों में छापेमारी की और 106 से अधिक पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया।