प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। कहा जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर ही कैबिनेट विस्तार हो सकता है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले कई संभावित चेहरों को दिल्ली बुलाया गया है। जानकारी के अनुसार भाजपा सांसद वरुण गांधी भी नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं और वे भी दिल्ली पहुंच गए हैं। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल सहित कई नेता भी दिल्ली पहुंच चुके हैं जिनके मंत्री बनने की संभावना है।

सर्वानंद सोनोवाल और वरुण गांधी के अलावा कई और भाजपा नेता भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। इनमें पंकज चौधरी, रीता बहुगुणा जोशी, सी पी जोशी, शांतनु ठाकुर, राहुल कस्वां और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी शामिल है। इसके अलावा भाजपा नेता रमाशंकर कठेरिया के भी मंत्री बनने की संभावना है। हालांकि वह देर शाम तक दिल्ली पहुचेंगे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।

इस बार होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा अपने सहयोगी दलों को भी जगह दे सकती है। सहयोगी दलों के कई नेता जिनको मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है, वे भी दिल्ली पहुंच चुके हैं। इनमें अपना दल की अनुप्रिया पटेल, लोजपा के पशुपति कुमार पारस, जदयू के ललन सिंह और आरसीपी सिंह शामिल हैं।

इसके अलावा कई और नेताओं के भी मंत्री बनने की चर्चा गर्म है। इनमें बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी, भाजपा सांसद जामयांग नामग्याल, उत्तराखंड से अजय भट्ट या अनिल बलूनी, कर्नाटक से प्रताप सिम्हा, हरियाणा से बृजेंद्र सिंह, राजस्थान से राहुल कस्वां, ओडिशा से अश्विनी वैष्णव, दिल्ली से प्रवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम शामिल है। इसके अलावा भाजपा सांसद हिना गावित, भूपेंद्र यादव, पूनम महाजन और प्रीतम मुंडे के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

कहा यह भी जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में कई मंत्रियों के विभाग में फेरबदल या कमी भी की जा सकती है। कई नेताओं को मंत्रिमंडल से हटाया भी जा सकता है। सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत को केंद्रीय मंत्री के पद से हटाकर कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है। जानकारी के अनुसार नरेंद्र मोदी कैबिनेट में अभी कुल 28 पद खाली हैं, जिसको इस बार भरा जा सकता है।