राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार (18 जुलाई, 2022) को देशभर में वोटिंग हुई। सभी सांसदों और विधायकों ने आज अपना वोट दिया। हालांकि, इस दौरान बीजेपी सांसद सनी देओल और संजय धोत्रे समेत कुल आठ सांसदों ने वोट नहीं दिया है। अभिनेता-राजनेता सनी देओल जहां इलाज के लिए विदेश में हैं, वहीं धोत्रे आईसीयू में हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं करने वालों में बीजेपी और शिवसेना के दो-दो सांसद और बसपा, कांग्रेस, सपा और एआईएमआईएम के एक-एक सांसद शामिल हैं। जेल में बंद बसपा नेता अतुल सिंह वोट नहीं डाल सके। शिवसेना नेता गजानन कीर्तिकर और हेमंत गोडसे ने भी मतदान नहीं किया। एआईएमआईएम नेता इम्तियाज जलील भी उन आठ लोगों में शामिल थे जिन्होंने वोट नहीं दिया।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी सांसदों और सभी राज्यों के मुख्यमंत्री एवं विधायकों ने भी वोट किया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पीपीई किट पहनकर वोट डालने पहुंचीं, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव व्हीलचेयर पर वोट डालने आए। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी जबकि अगले राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ लेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक 99.18 प्रतिशत वोटिंग हुई। 11 राज्यों में 100 प्रतिशत मतदान हुआ है। छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, सिक्किम, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधायकों द्वारा शत-प्रतिशत मतदान किया गया है। इस दौरान कई राज्यों में क्रॉस वोटिंग की खबरें सुनने को मिली हैं। गुजरात में एनसीपी, यूपी में सपा, उड़ीसा में कांग्रेस के बागियों ने मुर्मू के सपोर्ट में मतदान किया है।
विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को सांसदों से समर्थन की अपील करते हुए कहा, “मैंने बार-बार कहा है कि यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिशा तय करेगा कि भारत में लोकतंत्र रहेगा या धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा।” वहीं, एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को बीजद, वाईएसआरसीपी, बसपा, अन्नाद्रमुक, तेदेपा, जद (एस), शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और झामुमो समेत कई दलों ने वोट समर्थन करने की घोषणा की थी। अगर मुर्मू देश की राष्ट्रपति निर्वाचित होती हैं, तो वह देश के शीर्ष संवैधानिक पद को संभालने वाली आदिवासी समुदाय की पहली महिला होंगी।