राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 73वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हमारे मार्गदर्शक हैं और हम इस साल उनकी 150वीं जयंती मनाएंगे। भारत के लिए आज बड़ा खुशी का दिन है। हमारे देश के लोगों की रुचि और आदत अलग-अलग हैं, पर उनके सपने एक हैं। आज हम सब का लक्ष्य एक है।
जम्मू-कश्मीर मसले को लेकर उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को लेकर सरकार के हालिया कदम से वहां के लोगों को फायदा होगा। कोविंद का अभिभाषण शाम करीब सात बजे शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने सभी देशवासियों को रक्षा बंधन और 15 अगस्त की शुभकामनाएं भी दीं।
राष्ट्रपति के भाषण का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) और दूरदर्शन (डीडी) पर किया गया, जो कि हिंदी के साथ अंग्रेजी भाषा में था। वहीं, रात आठ बजे इसे एआईआर पर बाकी क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित किया गया। यहां सुनें, राष्ट्रपति का अभिभाषणः
राष्ट्रपति ने इसके अलावा देश-विदेश में बसे भारतीयों को रक्षा-बंधन की शुभकामनाएं भी दीं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि यह भाई-बहन के बीच अनोखे बंधन का उत्सव मनाने का पर्व है। कोविंद के अनुसार, बहनों द्वारा भाइयों की कलाई पर राखी बांधना, दोनों के बीच प्रेम, आपसी भरोसे और गहरे अपनेपन का प्रतीक है।
शुभकामना संदेश में वह आगे बोले, ‘‘कामना करता हूं कि यह त्यौहार महिलाओं के हितों के संरक्षण और उनके कल्याण को प्रोत्साहित करने की हमारे समाज की संकल्पना को मजबूती प्रदान करे। इस अवसर पर, आइए, हम यह सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताएं कि हमारे देश की महिलाएं और लड़कियां खुद को अधिक सुरक्षित और संरक्षित समझें।"
बकौल राष्ट्रपति, "इस साल गुरु नानक देव जी की भी 550वीं जयंती पड़ेगी, जो कि भारत के प्रभावशाली और महान शख्सियतों में से एक थे। वह सिख धर्म के संस्थापक थे।"
राष्ट्रपति ने कहा- आजाद मुल्क के नाते हमने सफलतापूर्वक 72 साल पूरे कर लिए हैं, जो कि खास बात है। अब कुछ ही हफ्तों में हम दो अक्टूबर को गांधी जी की 150वीं जयंती मनाएंगे, जिन्होंने इस देश का मार्गदर्शन किया।
कोविंद के अलावा कल यानी 15 अगस्त को नई दिल्ली स्थित लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे। बता दें कि 73वें स्वतंत्रता दिवस को मनाने के लिए लाल किले पर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं और वहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त भी किए गए हैं।
हताश विपक्ष भाजपा के प्रभुत्व को चुनौती देने में नाकाम रहा है और मोदी की 2014 के मुकाबले और अधिक बहुमत से सत्ता में वापसी हुई। कई लोगों का मानना है कि वह इस अवसर का इस्तेमाल सुधार या समाज के विभिन्न वर्गों को रियायत देने की घोषणा के लिए कर सकते हैं।
मोदी गुरुवार को लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देने के साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी की बराबरी कर लेंगे। वाजपेयी भाजपा के पहले नेता थे जिन्होंने 1998 से 2003 बीच लगातार छह बार लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया।
पिछले हफ्ते राष्ट्र के नाम दिए संदेश में प्रधानमंत्री ने घाटी के लोगों को विकास और शांति का वादा किया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में बांटने के फैसले से उत्पन्न चिंताओं को दूर करने की कोशिश की।
पीएम मोदी, 15 अगस्त के संबोधन का इस्तेमाल पूर्व में सरकार की महात्वकांक्षी परियोजनाओं जैसे ‘स्वच्छ भारत’, ‘आयुष्मान भारत’ और भारत के अंतरिक्ष में पहले मानव मिशन की घोषणा के लिए कर चुके हैं। वह इस अवसर का उपयोग उनके नेतृत्व में हो रहे विकास को रेखांकित करने और अपनी सरकार के कामकाज का लेखाजोखा भी पेश करने के लिए करते रहे हैं।
पीएम मोदी गुरुवार (15 अगस्त, 2019) को लगातार छठी बार स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देंगे। हालिया लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के बाद सत्ता में वापसी के बाद उनका लाल किले की प्राचीर से यह पहला भाषण होगा। उम्मीद कि जम्मू-कश्मीर पर किए गए ऐतिहासिक निर्णय से लेकर अर्थव्यवस्था की स्थिति तक वह विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे।