राष्ट्रपति चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया था। चुनाव से पहले उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि उनकी पार्टी के सभी 6 विधायक द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करेंगे। हालांकि इस ऐलान के बाद भी सुभासपा के विधायक और यूपी माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी राष्ट्रपति चुनाव में अपना वोट नहीं डाल पाये।
अब्बास अंसारी क्यों नहीं डाल पाए वोट:
जानकारी के मुताबिक अब्बास अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। उनके खिलाफ लखनऊ के एमपी एमएलए कोर्ट से NBW नोटिस जारी हुआ है। अदालत ने अब्बास को 27 जुलाई तक कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। यह नोटिस साल 2019 के एक मामले से जुड़ा है, जिसमें महानगर इंस्पेक्टर ने लखनऊ में अब्बास के खिलाफ लाइसेंस दुरूपयोग को लेकर एक एफआईआर दर्ज कराई है। यानी DBBL गन को अंसारी ने हेराफेरी कर एक खतरनाक हथियार बनाया गया।
एनबीडब्ल्यू के नियम के मुताबिक जिस व्यक्ति के खिलाफ ये वारंट जारी हुआ हो, उसे पुलिस देखते ही गिरफ्तार करेगी और उसे कोर्ट के सामने पेश करेगी। ऐसे में कहा जा रहा है कि पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए अब्बास लखनऊ वोट डालने नहीं पहुंचे।
अलग-अलग दलों में अंसारी परिवार की राजनीति:
मुख्तार अंसारी परिवार के तीन सदस्य अलग-अलग दलों में रहकर सियासी मैदान में सक्रिय हैं। जिसमें मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर लोकसभा सीट से बसपा सांसद हैं तो वहीं मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से मुन्ना अंसारी सपा विधायक हैं। वो पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी के बेटे हैं। इसके अलावा खुद मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में सुभासपा के टिकट पर मऊ से विधायक हुए हैं।
मुख्तार अंसारी की बढ़ी परेशानी:
बता दें कि वाराणसी में मुख्तार अंसारी पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला 31 साल पुराने अवधेश राय हत्याकांड में केस डायरी गायब कराने के आरोप में दर्ज हुआ है। इस डायरी में केस से जुड़ी रोजाना हो रही जांच का रिकॉर्ड दर्ज है। मुख्तार अंसारी के खिलाफ चौकी प्रभारी की तहरीर पर कैंट थाने में आईपीसी की धारा 409 व 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है।
कैंट पुलिस निरीक्षक प्रभु कांत का कहना है कि अदालत के कर्मचारियों की मिलीभगत से मूल केस डायरी को गायब कराने की साजिश रचने के आरोप में मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी वर्ष 2005 से बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोप में बांदा जेल में बंद हैं।