अगले साल जनवरी में होने वाले महाकुंभ के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। दुनिया भर से करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ इस आयोजन में शामिल होगी। शहर में इस मेले को सफल बनाने के लिए न सिर्फ सरकारी तंत्र बल्कि स्थानीय लोग भी तैयारी में जुटे हैं। महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों, भक्तों, साधु-संतों और पर्यटकों की सुविधा के लिए शहर के विभिन्न घरों को पेइंग गेस्ट के रूप में तैयार करने की योजना बनाई गई है। जिला प्रशासन ने पेइंग गेस्ट सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए एक कमेटी बनाई है। महाकुंभ के दौरान लगभग 2,000 पेइंग गेस्ट्स रूम्स तैयार करने का लक्ष्य है। वर्तमान में सिर्फ 26 पेइंग गेस्ट रूम उपलब्ध हैं। इस योजना से शहरियों की आय भी बढ़ेगी और भक्तों को सस्ती सुविधाएं मिलेंगी।
रजिस्ट्रेशन के लिए प्रशासन बना रहा आसान प्रक्रिया
प्रयागराज के जिलाधिकारी के अनुसार जिन घरों में 2 से 5 कमरे खाली हैं, वे पेइंग गेस्ट के रूप में रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसके लिए जिला पर्यटन कार्यालय में आवेदन देना होगा। जल्द ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी शुरू की जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस योजना का हिस्सा बन सकें। सरकार की मंशा के अनुसार, पेइंग गेस्ट सेवा महाकुंभ के श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से चलाई जा रही है। कम कीमत में बेहतर सुविधाओं का लाभ मिलने से गरीब भक्तों को राहत मिलेगी। पेइंग गेस्ट के कमरों का किराया और सुविधाएं निर्धारित मानकों के अनुसार तय की जाएंगी।
शहरियों के लिए आय का साधन बनेगा पेइंग गेस्ट
पेइंग गेस्ट सेवा न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि स्थानीय युवाओं और घर मालिकों के लिए भी आय का एक नया स्रोत बनेगी। महाकुंभ के दौरान कमरों की मांग को देखते हुए लोग अपने घरों को बेहतर बना सकते हैं और इसमें अतिरिक्त आय कमा सकते हैं। महाकुंभ न सिर्फ एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह शहर के विकास और स्थानीय लोगों के जीवन में सुधार का एक बड़ा अवसर भी है। पेइंग गेस्ट सेवा के माध्यम से शहरवासियों को आर्थिक मजबूती मिलेगी और आने वाले समय में यह योजना सफल साबित हो सकती है।
महाकुंभ मेले में दुनिया भर के लोगों के अलावा विशेष तौर पर विभिन्न धर्मों और संप्रदायों के साधु-संत और अनुयायी आते हैं। इनमें से अधिकतर लोग मेला क्षेत्र में लगे अपने कैंपों में ठहरते हैं। इतने बड़े मेला क्षेत्र में उनके कैंप के लिए जगह का आवंटन महीनों पहले से हो जाता है। उसकी तैयारी भी चल रही है।