Mahakumbh Coverage in Overseas Countries: महाकुंभ 2025 का आयोजन आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम बनकर उभर रहा है। यह विश्वभर के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है, जहां केवल तीर्थयात्री और संत ही नहीं, बल्कि विदेशी मीडिया भी इसे कवर करने के लिए विशेष रूप से तैयार है। प्रयागराज में होने वाले इस महाकुंभ को सनातन धर्म की परंपराओं और तकनीकी नवाचारों का संगम कहा जा सकता है। तीर्थराज प्रयाग में महाकुंभ न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर सनातन परंपरा और भारतीय संस्कृति की छवि को और सशक्त बनाता है।
परेड क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मीडिया शिविर बनकर तैयार हो गया है
दुनिया के 105 देशों से मीडिया समूहों ने महाकुंभ के कवरेज और लाइव टेलीकास्ट करने के लिए आवेदन किया है। यूरोपीय देशों के साथ-साथ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, खाड़ी देशों और अफ्रीका के राष्ट्र भी इसके लिए यहां पहुंच रहे हैं। अधिकतर मीडिया समूह अगले दो-चार दिन में यहां पहुंच जाएंगे। महाकुंभ के कवरेज के लिए परेड क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मीडिया शिविर तैयार किया गया है। साथ ही मीडिया सेंटर का निर्माण भी अंतिम चरण में है, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रस्तावित दौरे में करेंगे। महाकुंभ कवर करने आ रहे विदेशी मीडिया में इलेक्ट्रानिक, प्रिंट और डिजिटल के अलावा न्यूज एजेंसियां, न्यूज सिंडिकेट्स तथा तमाम मीडिया संस्थाएं सभी शामिल हैं।
महाकुंभ को लेकर सरकार की व्यापक तैयारियां जारी हैं। प्रयागराज को सजाने-संवारने के साथ-साथ डिजिटल प्रगति को भी प्रमुखता दी जा रही है। महाकुंभ की आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल एप को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 6 अक्टूबर को लॉन्च किया था। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए दुनियाभर के लोग महाकुंभ के आयोजन और उससे जुड़ी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। अमेरिका, ब्राजील, फ्रांस, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से वेबसाइट और एप पर बड़ी संख्या में हिट्स आ रहे हैं।
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महाकुंभ का प्रचार-प्रसार केवल सरकारी स्तर पर ही नहीं, बल्कि संत समाज द्वारा भी किया गया है। निरंजनी अखाड़ा के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने मलेशिया दौरे के दौरान वहां के प्रधानमंत्री और पर्यटन मंत्री को महाकुंभ में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इसके अतिरिक्त प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने एनआरआई विभाग के जरिए महाकुंभ का लोगो 194 देशों के दूतावासों को भेजा है।
महाकुंभ की तैयारियां अपने चरम पर हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि पर्यटन, संस्कृति और डिजिटल नवाचार के माध्यम से भारत की वैश्विक पहचान को भी बढ़ावा दे रहा है। श्रद्धालु कल्पवास, तपस्या और तीर्थयात्रा के जरिए अपने आध्यात्मिक जीवन को समृद्ध करने के लिए यहां जुटते हैं। उनकी इस यात्रा को सुखद और सुविधाजनक बनाने के लिए अत्याधुनिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
दुनिया भर के लोग महाकुंभ के महत्व को समझने और अनुभव करने के लिए उत्सुक हैं। वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील और अन्य देशों से लोग न केवल आयोजन के बारे में जानकारी ले रहे हैं, बल्कि इस ऐतिहासिक और पवित्र मेले में भाग लेने की योजना भी बना रहे हैं।
महाकुंभ 2025, भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और नवाचार के सम्मिलन का प्रतीक बनकर, दुनियाभर के लोगों को भारत की गहराई और वैभव से परिचित कराने का अवसर प्रदान कर रहा है। कुंभ से जुड़ीं सभी खबरें पढ़ने के लिए यहां देखें…