Indore Pravasi Bhartiya Sammelan 2023 : प्रवासी भारतीय दिवस के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में शिरकत कर रहे 70 देशों के 3800 लोगों को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय अपने माटी को नमन करने आए हैं। उन्होंने कहा कि प्रवासी लोग विदेशी धरती पर भारत के राष्ट्रदूत हैं। पीएम ने इस दौरान यह भी कहा कि हमारे लिए पूरा संसार ही स्वदेश है।
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से पहले इस कार्यक्रम में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस के तीन मकसद हैं पहला- हमारे संबंधों को ताजा करना, दूसरा- इसको नई ऊर्जा देना और तीसरा- उनमें ज्यादा पहलुओं को लाना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए। अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यवसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती हैं, भारत ने यह करके दिखाया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के इतने अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं तो ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना के साक्षात दर्शन होते हैं। दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रांतों, अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सुखद अहसास होता है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है, तो ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है तो उसे सशक्त और समर्थ भारत की आवाज भी सुनाई देती है।
प्रवासी भारतीयों को उनकी जिम्मेदारी बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप मेक इन इंडिया के ब्रांड एंबेसडर हो, आप योग और आयुर्वेद के ब्रांड एंबेसडर, आप भारतीय कॉटेज इंडस्ट्री और हैंडिक्रॉफ्ट्स के भी ब्रांड एंबेसडर हो, साथ ही आप भारत के मिलेट्स के भी ब्रांड एंबेसडर हो। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वैश्विक मंच पर आज भारत की आवाज, भारत का संदेश, भारत की कही बात एक अलग ही मायने रखती है। भारत की ये बढ़ती हुई ताकत आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ने वाली है।
इंदौर एक दौर है, जो समय से आगे चलता है फिर भी विरासत को समेटे रहता है: प्रधानमंत्री मोदी
कोरोना महामारी के चलते प्रवासी भारतीय सम्मेलन नहीं हो पा रहा था। इस बार का सम्मेलन चार साल बाद हो रहा है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इंदौर की खासियत भी बताई। उन्होंने कहा-
हम सभी जिस शहर में हैं, वह भी अपने आप में अद्भुत है। लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है लेकिन मैं कहता हूं इंदौर एक दौर है। ये वो दौर है जो समय से आगे चलता है फिर भी विरासत को समेटे रहता है। इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देश में अलग पहचान स्थापित की है। खाने पीने के लिए अपन का इंदौर, मन का इंदौर देश ही नहीं पूरी दुनिया में लाजवाब है। इंदौरी नमकीन का स्वाद और यहां पोहे का पैशन है। साबूदाने की खिचड़ी, कचौड़ी, समोसा, शिकंजी, जिसने भी इसे देखा उसके मुंह का पानी नहीं रुका और जिसने इसे चखा उसने कहीं और मुड़ कर नहीं देखा। 56 दुकान तो प्रसिद्ध है ही सराफा भी महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि कुछ लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ-साथ स्वाद की राजधानी भी कहते हैं। मुझे विश्वास है कि यहां के अनुभव आप खुद भी नहीं भूलेंगे और वापस जाकर दूसरों को यहां के बारे में बताना नहीं भूलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की उपलब्धियों का भी बखान किया। उन्होंने कहा-
जब भारत कोविड महामारी के बीच कुछ महीनों में ही स्वदेशी वैक्सीन बना लेता है तो भारत अपने नागरिकों को 220 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन मुफ्त लगाने का रिकार्ड बनाता है। जब भारत विश्व की उभरती अर्थव्यवस्था बनता है, जब भारत दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा स्टार्टअप नेशन बनता है, खिलौना इंडस्ट्री,तेजस हेलिकॉप्टर, आइएनएस विक्रांत, अरिहंत जैसी सबमरीन बनाता है तो दुनिया के लोगों में उत्कसुकता होती है कि भारत विकास कर रहा है कैसे कर रहा है।
गुयाना के राष्ट्रपति बोले- हमारे विकास में भारत की अहम भूमिका
गुयाना के राष्ट्रपति डा. मोहम्मद इरफान अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि आप गुयाना उस समय आए थे, जब आप मुख्यमंत्री भी नहीं थे। तभी से आपका वहां से गहरा रिश्ता जुड़ गया था। मुझे उम्मीद है कि कि आप इस साल के अंत तक एक बार फिर से वहां आएंगे।
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने कहा- आप सभी को मेरा प्रणाम। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियसी। जननी जन्म भूमि स्वर्ग से भी महान है। इंदौर बेहद सुंदर शहर है। मुझे और मेरे डेलीगेशन को यहां आत्मीयता और बेहतर सत्कार व आदर मिला। सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भारत और सूरीनाम में कई समानताएं हैं।
भारत में दो नरेन्द्र हुए हैं, एक 100 साल पहले और एक अब : शिवराज सिंह
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अमृतकाल में इंदौर पर अमृत की बारिश की है। इंदौर ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इंदौर सजा है, रंगोली, लाइटिंग लगी है। इंदौर में झगड़ा इस बात का था कि प्रवासी भाई लोग होटलों में क्यों ठहरेंगे। हमारे घर में रुकेंगे। मोदी जी ने स्वच्छ भारत का नारा लगाया तो मध्य प्रदेश ने कोशिश की। इंदौर आगे निकलकर छह बार लगातार छह बार में स्वच्छता में सिरमौर बना।
भारत में दो नरेन्द्र हुए हैं… 100 साल पहले एक नरेंद्र स्वामी विवेकानंद जी थे जिन्होंने भारत को विश्व गुरु बताया था। आज दूसरे नरेंद्र के नेतृत्व में ये कार्य हो रहा है विश्वगुरु बनने की और अग्रसर है। माफी चाहता हूं, हॉल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल में जगह की कमी नहीं है।
कार्यक्रम में बोलते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हो रहा है…एक संपन्न भारत, एक शक्तिशाली भारत, एक वैभवशाली भारत, एक समृद्ध भारत का उदय हो रहा है। प्रधानमंत्री जी के एक-एक मंत्र को मध्य प्रदेश ने साकार करने की कोशिश की है।