चुनावी रणनीतिकार के रूप में प्रसिद्ध प्रशांत किशोर कई बड़े नेताओं और पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं। 2014 के आम चुनाव से पहले वह भाजपा के लिए भी काम कर रहे थे। हालांकि मौजूदा समय की बत करें तो वह विपक्षी नेताओं के ज्यादा क़रीब नज़र आते हैं। एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने कैसा काम किया है तो उन्होंने कहा कि जनता का फैसला गलत नहीं हो सकता।

प्रशांत किशोर ने जवाब देते कहा, यह सवाल तो सभी वोटर्स का होगा। लेकिन किसी को जज करना है तो उसके लिए पैरामीटर अलग-अलग हो सकते हैं। अगर आप सोचते हैं कि भारत में सबकुछ बदलने वाला है। तो हो सकता है कि प्रधानमंत्री आपकी उम्मीदों पर खरा न उतरे। लेकिन अगर आप एक आम प्रधानमंत्री की तरह उम्मीद करते हैं तो आपको उम्मीद से बेहतर भी मिल सकता है।

उन्होंने कहा, आप किस पैरामीटर पर नेता या सरकार को जज करते हैं, सारी बातें इसी पर निर्भर करती हैं। बीच में पत्रकार ने पूछा कि क्या आप देश के हालात से चिंतित हैं। पीके ने जवाब दिया, मुझे कोई चिंता नहीं है। हमारा देश बहुत बड़ा है। अगर कुछ लोगों से परेशानी है तो इसका मतलब यह नहीं है कि देश में सबकुछ गड़बड़ है। सवा सौ करोड़ की आबादी को केवल कुछ लोग नहीं डिस्टर्ब कर सकते। जनता का फैसला गलत नहीं हो सकता।

इसके बाद उनसे यह भी सवाल किया गया कि भाजपा के अध्यक्ष के साथ और पीएम मोदी के साथ अब कैसे संबंध है। प्रशांत किशोर ने कहा, जब मेरी मां का निधन हो गया था तब पीएम मोदी ने फोन किया था। इसके अलावा बीच में कोई बात नहीं हुई। प्रशांत किशोर ने कहा, मोदी बॉस हैं और मैं कुछ नहीं हूं। वह कुछ पूछते हैं तो हमें बताना है। अगर वह उज्ज्वला के बारे में पूछते हैं तो मुझे इसके बारे में बताना है।

पत्रकार ने चुटकी लेते हुए पूछा कि क्या पीएम ने कभी आपसे घर वापसी की बात कही? प्रशांत किशोर ने कहा, नहीं मुझसे इस बारे में कभी नहीं कहा गया।