Prashant kanojia Controversial tweet: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ विवादित सोश्ल मीडिया पोस्ट शेयर करने के चलते जेल जाने वाले युवा पत्रकार प्रशांत कनौजिया एक बार फिर विवादों में हैं। प्रशांत एक बार फिर अपने एक पोस्ट को लेकर सुर्खियों में हैं और लोगों की आलोचना का शिकार हो रहे हैं। प्रशांत ने हाल ही में आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत को लेकर एक विवादित ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने आर्मी चीफ की तुलना ब्रिटिश जनरल रेजीनॉल्ड डायर से की है। जनरल डायर वही शख्स हैं जिसने 1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग में निहत्थी भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलवाईं थी।
प्रशांत ने शनिवार 10 अगस्त को आर्मी चीफ के खिलाफ ये विवादास्पद ट्वीट किया था, जिसके बाद उसके खिलाफ यूजर्स की कड़ी प्रतिक्रियाएं आई थीं। आम आदमी पार्टी के बागी नेता कपिल मिश्रा ने प्रशांत के इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा “जब योगी जी ने इस गद्दार को गिरफ़्तार किया तो देश के बड़े बड़े पत्रकार इसको बचाने आ गए। आज ये नमकहराम, मातृद्रोही, गद्दार देश के सेना अध्य्क्ष की तुलना जनरल डायर से कर रहा है। इस गद्दार की जगह आगरा की उसी जेल में हैं जहां देशद्रोहियों का गारंटी से ईलाज जारी हैं।” वहीं मशहूर कवि कुमार विश्वास ने उनके ट्वीट को कोट करते हुए लिखा ” देश की सेना के प्रमुख की तुलना एक साम्राज्यवादी हत्यारे से करना अभिव्यक्ति की आज़ादी है? गृह मंत्री, भारतीय सेना और यूपी पुलिस से अनुरोध है कि अपराधी को अविलंब गिरफ़्तार करें और देश की संवैधानिक अखंडता को तोड़ने के लिए उकसाने वाले ऐसे अपराधियों के समर्थन में उतरने वालों पर भी कार्यवाही करे।”
देश की सेना के प्रमुख की तुलना एक साम्राज्यवादी हत्यारे से करना अभिव्यक्ति की आज़ादी है ? @HMOIndia @adgpi @Uppolice से अनुरोध है कि अपराधी को अविलंब गिरफ़्तार करें और देश की संवैधानिक अखंडता को तोड़ने के लिए उकसाने वाले ऐसे अपराधियों के समर्थन में उतरने वालों पर भी कार्यवाही करे https://t.co/nbCWer1BDK
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) August 11, 2019
बता दें इस ट्वीट के वायरल होने के बाद प्रशांत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के एक एडवोकेट ने तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में शिकायत दी है। वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने प्रशांत के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। हालांकि आलोचना होने पर प्रशांत ने अपना विवादित ट्वीट डिलीट कर दिया। प्रशांत ने ट्वीट को डिलीट करते हुए लिखा “पिछली पोस्ट से कुछ लोगों की भावनाएं आहत हुई, इसके लिए खेद है। मानवाधिकार और राष्ट्रवाद की लड़ाई में मानवतावादियों का झुकना अफसोस जनक है, आज का यही सत्य है। मैं इन ट्रोल्स से बड़ा देशभक्त हूं, बस समझ में फर्क है। इन्हें कश्मीर कब्जाने की हवस है मुझे कश्मीरियों की नजरबंदी का दर्द।”