मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़े एक कार्टून को शेयर किया जिसके बाद सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने उनका समर्थन किया तो कुछ ने उन्हें ट्रोल कर दिया। कार्टूनिस्ट आलोक द्वारा बनाए गए कार्टून में प्रधानमंत्री पर तंज कसा गया है।

आलोक ने अपने कार्टून में प्रधानमंत्री द्वारा देश के विभाजन के दर्द से गुज़रने वाले लोगों की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाए जाने की बात पर तंज किया था। इसमें लिखा गया कि क्या अभी का “दहशत” कम है? जाने माने वकील प्रशांत भूषण कार्टूनिस्ट आलोक के ट्वीट को रीट्वीट किया था।


कार्टूनिस्ट आलोक द्वारा बनाया गया कार्टून (फोटो- ट्विटर-@caricatured)

प्रशांत भूषण के ट्वीट के जवाब में सरदार खान नाम के एक यूजर (@vaseypur) ने लिखा कि यही क्या कम है की मुगल दौर से भारत की बाटवारे तक आ गए। धीरे धीरे वर्तमान मे भी आ जायेंगे ये भूत काल मे रहने वाले। तब तक अपने वर्तमान मे मेहंगाइ, बेरोजगारी, स्वास्थ, शिक्षा जैसी समस्याओं का निवारण स्वयं करें। एक अन्य यूजर (trilokeshwar.shonku)ने लिखा कि एक “नोट बंदी हॉरर” दिवस भी होना चाहिए। है के नहीं?

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की थी कि 14 अगस्त को लोगों के संघर्षों एवं बलिदान की याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा और कहा कि बंटवारे के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। मोदी ने कहा था कि विभाजन के कारण हुई हिसा और नासमझी में की गई नफरत से लाखों लोग विस्थापित हो गए और कई ने जान गंवा दी।

प्रधानमंत्री ने कहा था कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, “सामाजिक विभाजन, वैमनस्यता के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तीकरण की भावना को और मजबूत करने की आवश्यकता की याद दिलाए।” पाकिस्तान को 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन द्वारा भारत के विभाजन के बाद एक मुस्लिम देश के रूप में तराशा गया था। लाखों लोग विस्थापित हुए थे तथा बड़े पैमाने पर दंगे भड़कने के कारण कई लाख लोगों की जान चली गई थी।