Supreme Court News: दिल्ली की आबोहवा लगातार जहरीली होती जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी के स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और अब वह ऑनलाइन मोड पर चलेंगे। इसी बीच अब सुप्रीम कोर्ट में भी वर्चुअली कामकाज का मुद्दा सीजेआई संजीव खन्ना के सामने वकीलों ने उठाया। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वकीलों के पास ऑनलाइन पेश होने का ऑप्शन होगा।
लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और वकील गोपाल शंकरनारायणन ने सीजेआई के सामने आग्रह करते हुए कहा कि दिल्ली का एयर पॉल्यूशन अब काबू से बाहर हो रहा है और वकीलों को ऑनलाइन पेश होने की इजाजत दी जाए। इस पर सीजेआई खन्ना ने कहा कि हमने यहां सभी जजों से कहा है कि जहां भी संभव हो, वर्चुअल सुनवाई की इजाजत दी जाए।
सीजेआई के सामने वकील गोपाल शंकरनारायणन ने क्या कहा
गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि लगभग एक हजार वकील रोजाना अपनी गाड़ियों से कोर्ट में आते हैं और उनके क्लर्क भी निजी वाहनों का ही इस्तेमाल करते हैं। इस पर सीजेआई ने कहा कि हम इसे संबंधित वकील पर छोड़ देंगे। हमने उन्हें यह सुविधा दी है और जब भी आप वर्चुअली पेश होना चाहें तो हो सकते हैं। सीजेआई ने आगे आश्वासन दिया कि वकीलों की अनुपस्थिति की वजह से कोई भी मामला खारिज नहीं किया जाएगा। हालांकि, मुख्य न्यायाधीश ने कोर्ट के पूरी तरह से वर्चुअली मोड पर चलने से साफ मना कर दिया।
प्रदूषण से हांफ रही दिल्ली, राजधानी के कई इलाकों में AQI 500 पार
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया सर्कुलर
सुप्रीम कोर्ट में यह चर्चा ऐसे समय में हुई है जब दिल्ली-एनसीआर ने सीएक्यूएम ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे फेज को लागू कर दिया है। सोमवार के बाद मंगलवार को दूसरी सबसे ज्यादा खराब एयर क्वालिटी वाली सुबह देखी गई। ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 500 के पार पहुंच गया। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अपने स्टाफ को सर्कुलर जारी कर मास्क पहनने की सलाह दी है। सुप्रीम कोर्ट के असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने यह सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया कि जिन क्षेत्रों में ग्रैप-4 लागू है, वहां पर बचाव के लिए मास्क का इस्तेमाल किया जाए।