नागरिकता संशोधन बिल के लेकर विरोध असम के साथ ही पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भी ज्यादा उग्र हो गया है। शिलॉन्ग में बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने शुक्रवार को आंसू गैस के गोलों का प्रयोग किया।
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपना पूर्वोत्तर का दौरा रद्द कर दिया है। शाह का रविवार को अरुणाचल प्रदेश के साथ ही मेघालय में नॉर्थ ईस्ट पुलिस अकादमी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने रविवार को शिलॉन्ग जाने का कार्यक्रम निर्धारित था।
दूसरी तरफ सीएबी को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। जामिया यूनिवर्सिटी के बाहर भी नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में प्रदर्शन हुआ। जामिया मिल्लिया इस्मालिया विश्वविद्यालय के छात्र नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन करते हुए संसद भवन तक जाना चाह रहे थे।
पुलिस और छात्रों के बीच हुई इस झड़प के बाद 50 छात्रों को हिरासत में लिया गया है। यह झड़प उस समय हुई जब प्रदर्शनकारियों को विश्वविद्यालय गेट पर रोक दिया गया। इससे पहले मेघालय में बिल को लेकर लोगों को उग्र तेवरों के मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर दो दिन के लिए रोक लगा दी गई है।
राजधानी शिलॉन्ग में पुलिस ने राजभवन के निकट प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े। खबर है कि ये लोग पुलिस पर पत्थर फेंक रहे थे। पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज में घायल लोगों को शिलॉन्ग के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले राजधानी शिलॉन्ग से करीब 250 किलोमीटर दूर विलियमनगर शहर में नागरिकता बिल का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को घेर लिया। सीएम यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में ‘कोनराड गो बैक’ के स्लोगन वाले पोस्टर पकड़े थे।

