Shri Muthyalamma Devi Temple in Hyderabad: हैदराबाद के श्री मुथ्यलम्मा देवी मंदिर में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। मंदिर में मूर्ति पर तोड़े जाने के खिलाफ लोग विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। जिसको लेकर कई लोग श्री मुथ्यलम्मा देवी मंदिर में एकत्र हुए थे।

बता दें, यह घटना 14 अक्तूबर की सुबह की है। जब मंदिर में मूर्ति तोड़े जाने की घटना सामने आई थी। जिसके बाद तनाव पैदा हो गया था। जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।

सिकंदराबाद के मुथ्यालम्मा मंदिर में कथित तौर पर मूर्ति को अपवित्र किया गया और स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। अधिकारियों ने बताया था कि घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है और शांति बहाल करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि की तब भी बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने मंदिर के पास प्रदर्शन किया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस प्रदर्शन में भाजपा नेता भी शामिल हुए। माधवी लता समेत कई भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया गया।

केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंदिर का दौरा किया था और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की थी। उन्होंने इसे “शर्मनाक” घटना बताते हुए आरोप लगाया था कि कुछ लोग जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

रेड्डी, जो तेलंगाना भाजपा के प्रमुख भी हैं। उन्होंने कहा था कि यह शर्मनाक है, कुछ लोगों ने उसे देखा, उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। वह यहां चोरी करने नहीं आया था, बल्कि हिंदू समाज का अपमान करने आया था। हैदराबाद में विभिन्न स्थानों पर ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, कुछ लोग हैदराबाद में तनाव पैदा करने और हैदराबाद में सांप्रदायिक दंगे बढ़ाने के लिए जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं।

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तेलंगाना भाजपा प्रवक्ता तुल्ला वीरेंद्र गौड़ ने टिप्पणी की कि कांग्रेस शासन में हिंदू और उनके मंदिर सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह हाल के दिनों में तेलंगाना में “हिंदू मंदिरों पर एक और हमला” है और रेवंत रेड्डी सरकार से “जल्दी कार्रवाई करने और दोषियों को गिरफ्तार करने” का आह्वान किया।

12 अक्टूबर को हैदराबाद में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी। हैदराबाद के बेगम बाजार में नामपल्ली प्रदर्शनी मैदान में एक पूजा पंडाल में देवी दुर्गा की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, वह व्यक्ति एक बेघर व्यक्ति था जो भूखा था और भोजन की तलाश में उसने प्रसाद को नुकसान पहुंचाया, जिससे मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई।