दिल्ली भाजपा के नेता मनीष सिंह ने दिल्ली पुलिस में सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर भगवान शिव को एक जीआईएफ में “गलत” रूप से चित्रित करने के लिए शिकायत दर्ज की है। जीआईएफ में भगवान शिव को एक हाथ में शराब का गिलास और दूसरे में एक मोबाइल के साथ देखा जा सकता है। भाजपा नेता ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस ने हिंदुओं की “भावनाओं को ठेस पहुंचाने” के लिए इंस्टाग्राम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, तो वह इंस्टाग्राम के ऑफिस जाएंगे और जीआईएफ वापस लेने और माफी मांगने तक धरना शुरू करेंगे।
डीसीपी (नई दिल्ली) दीपक यादव ने कहा, “हमें एक शिकायत मिली है और एक जांच शुरू की गई है। शिकायत के सभी पहलुओं का सत्यापन और जांच की जा रही है। अभी तक, कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।” बीजेपी नेता ने कहा, “इंस्टाग्राम का दुस्साहस देखिए। इसने महादेव को एक हाथ में शराब और दूसरे में एक मोबाइल के साथ दिखाने की हिम्मत की है। इंस्टाग्राम को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। मैंने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की है। यदि आवश्यक होगा तो , मैं इंस्टाग्राम कार्यालय जाऊंगा और विरोध करूंगा।” भाजपा नेता ने ट्विटर पर शिकायती पत्र पोस्ट भी किया है।
ये @instagram का साहस देखिए। महादेव की तस्वीर को किस रूप में दिखा रहा है, एक हाथ मे शराब और दूसरे हाथ में मोबाईल। इंस्टाग्राम को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा। @DelhiPolice को इस मामले की शिकायत की है, और आवश्यकता पड़ने पर इंस्टाग्राम के कार्यालय पर भी धावा बोला जाएगा। @rsprasad pic.twitter.com/raG0iXE7s8
— Manish Singh (@MSinghBJP) June 8, 2021
नेता ने कहा, “भगवान शिव को करोड़ों हिंदुओं द्वारा सर्वोच्च भगवान के रूप में पूजा जाता है … उपरोक्त जीआईएफ के माध्यम से, आरोपी जानबूझकर हिंदुओं की भावनाओं को आहत कर रहा है .. जीआईएफ हिंदुओं को उकसाने और इस प्रक्रिया में वैमनस्य, घृणा और दुश्मनी को बढ़ावा देने के एकमात्र इरादे से बनाया गया है। ”
शिकायत में दिल्ली पुलिस से इंस्टाग्राम के सीईओ और अन्य अधिकारियों के खिलाफ धारा 153 ए और भारतीय दंड संहिता की 295Aके तहत मामला दर्ज करने का आग्रह किया गया है। मालूम हो कि इंस्टाग्राम एक यूएस-आधारित फोटो और वीडियो साझा करने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जिसे 2010 में लॉन्च किया गया था, 2012 में, फेसबुक ने इंस्टाग्राम का अधिग्रहण किया था।
बता दें कि केंद्र सरकार ने 25 फरवरी को सोशल मीडिया के लिए नई गाइडलाइन जारी की थी। उनका कहना है कि यूजर्स जो भी कंटेंट प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करेंगे, उसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिम्मेदार होगा। यदि भारत की सुरक्षा, अखंडता के खिलाफ कोई पोस्ट या ट्वीट किया जाता है, तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इसे अपने प्रवर्तक, जिसने इसे पहली बार पोस्ट किया है, के सामने प्रकट करना होगा।