Mehul Choksi News: पंजाब नेशनल बैंक के 13000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में मेहुल चौकसी को गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत से भागे मेहुल चैकसी की गिरफ्तारी बेल्जियम से हुई है। अब जबकि चोकसी को गिरफ्तार किया जा चुका है, उसे भारत प्रत्यर्पण करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, प्रत्यर्पण में लंबा वक्त लग सकता है। पूर्व डिप्लोमेट केपी फैबियन ने सोमवार को कहा कि कारोबारी चोकसी का भारत में प्रत्यर्पण का फैसला बेहतरीन होगा, लेकिन इसमें लंबा वक्त लग सकता है।

फैबियन ने हाल ही में प्रत्यर्पित किए गए तहव्वुर राणा का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि उसे प्रत्यर्पित होने में 17 साल लग गए और इसलिए हमें चोकसी के साथ भी जल्द ही ऐसा होने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। पूर्व डिप्लोमेट ने कहा, ‘अगर ऐसा हो पाता है तो यह बहुत अच्छा होगा, 26/11 कब हुआ था और हम राणा को 2025 में वापस लेकर आए। इसलिए इन प्रत्यर्पण कार्यवाही में समय लगेगा। लेकिन चुनौतियां हो सकती हैं।’

पूर्व डिप्लोमेट ने कहा, ‘मेरे पास कोई भी अंदरूनी जानकारी नहीं है, लेकिन वह अपनी हेल्थ के आधार पर इसे चुनौती देने जा रहा है। इसलिए हमें इस समय देखना चाहिए।’ फैबियन ने समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई को बातचीत में बताया, ‘हमें याद है कि 2018 में उन्होंने और उनके भतीजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक, मुंबई में इसकी ब्रांच से 1.8 बिलियन डॉलर की धोखाधड़ी की और फिर भाग गए और हम उनका पीछा कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि एक इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी था, जिसे हमने 2023 में वापस ले लिया।

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भारत को कोशिश करते रहना चाहिए – पूर्व डिप्लोमेट

फैबियन ने कहा कि यह कोई भी नहीं कह सकता है कि बेल्जियम सरकार उसे प्रत्यर्पित करेगा या नहीं, लेकिन भारत को इसके लिए कोशिश करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वह बेल्जियम में है और प्रत्यर्पण के हमारे आग्रह पर बेल्जियम ने उसे हिरासत में लिया है। लेकिन हम इस यह नहीं कह सकते हैं कि कल या परसों बेल्जियम उसे प्रत्यर्पित करने जा रहा है। यह एक कानूनी प्रोसेस है।

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पाकिस्तान में आतंकवाद की परिभाषा अलग – फैबियन

पूर्व डिप्लोमेट ने कहा कि पाकिस्तान और चीन जैसे देशों के लिए आतंकवादी की परिभाषा अलग है। भारत में जिन लोगों को आतंकवादी के रूप में परिभाषित किया जाता है, उन्हें इन देशों में नायक के रूप में सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा, ‘समस्या यह है कि चीन और पाकिस्तान दोनों के साथ इस बात पर मतभेद है कि आतंकवादी कौन है। भारत जिन्हें पाकिस्तान में आतंकवादी मानता है, उन्हें वे वीर योद्धा मानते हैं, आप जानते हैं कि मेरा क्या मतलब है। लेकिन वे इसे इस तरह से पेश कर रहे हैं।

वास्तव में, पाकिस्तान सरकार या ज्यादा सटीक तौर पर कहें तो आईएसआई, पाकिस्तान की जमीन से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को इजाजत दे रही है।’ फैबियन ने कहा कि अगर भारत चाहता है कि चोकसी को प्रत्यर्पित किया जाए, तो वह बेल्जियम की कोर्ट में जाकर इसके खिलाफ अपील कर सकता है और कोर्ट जो भी फैसला करेगी, वही होगा। मेहुल चोकसी की क्यों हुई गिरफ्तारी?