दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार और सीबीआइ पर निशाना साधा है। उन्होंने मोदी सरकार और सीबीआइ पर उनके शासन और दैनिक सरकारी कार्यों को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने ट्वीट करके सीबीआइ पर मुख्यमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों को उनके प्रधान सचिव से जुड़े एक मामले में पूछताछ के लिए बुलवाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें प्रतिद्वंद्वियों की जासूसी के बजाए अपने शासन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
केजरीवाल ने सीबीआइ पर भी यह कहते हुए हमला किया कि उसके अधिकारी दिल्ली सरकार के अधिकारियों को कंपनियों को ठेके देने के बारे में निर्देश दे रहे हैं।
वहीं सीबीआइ केजरीवाल के इस आरोप को खारिज कर चुकी है कि उसने उनके अधिकारियों को सम्मन देने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के निजी कर्मचारियों से पूछताछ की मंजूरी एजंसी को खुद केजरीवाल ने दी थी जिसका जिक्र दिल्ली सचिवालय के एक लिखित पत्र में भी था। केजरीवाल ने मोदी पर उन खबरों को लेकर भी निशाना साधा जिसमें कहा गया है कि जांच एजंसी दिल्ली सरकार के अधिकारियों से प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के खिलाफ एक मामले में पूछताछ कर रही है।
केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री को प्रतिद्वंद्वियों की जासूसी के बजाए शासन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो एनडीए के तहत बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आप प्रमुख केजरीवाल ने मोदी को चुनौती दी कि अगर प्रधानमंत्री उनके बारे में जानकारी चाहते हैं तो एक टीम बना दें। वह खुद पूछताछ के लिए हाजिर हो जाएंगे और सभी सवालों के जवाब देंगे क्योंकि उनके पास छुपाने को कुछ भी नहीं है।