PM Modi China Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के बाद चीन जाएंगे, जहां वे शंघाई सहयोग संगठन में हिस्सा लेंगे। पीएम मोदी की इस दौरान एससीओ से इतर दो बार चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग से द्विपक्षीय मुलाकात होगी। इन संभावित बैठकों को भारत-चीन के कूटनीतिक और आर्थिक रिश्तों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के रविवार को तियानजिन में एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर दो द्विपक्षीय बैठकें हो सकती हैं। एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो टैरिफ का व्यापारिक तनाव खड़ा किया है, उसको लेकर भारत और चीन दोनों ही व्यापारिक संबंधों को नए सिरे से व्यापक करने के मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं।

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शी जिनपिंग से दो बार मुलाकात होगी अहम

रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम को जापान से तियानजिन पहुंचेंगे, रविवार दोपहर के आसपास राष्ट्रपति शी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और एससीओ शिखर सम्मेलन के आधिकारिक डिनर से पहले संभवतः दूसरी बैठक करेंगे। सोमवार को प्रधानमंत्री एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और उसके बाद भारत लौटने के लिए रवाना होंगे। इस रवानगी से ठीक पहले पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत होने की संभावना है।

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मुलाकात पर होगी पूरी दुनिया की नजर

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद भारत-अमेरिका संबंधों में अचानक गिरावट के वर्तमान संदर्भ में 10-सदस्यीय ब्लॉक के शिखर सम्मेलन को भारत-चीन संबंधों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण और सबसे अधिक परिणामकारी माना जा रहा है।

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रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर चिढ़ा हुआ अमेरिका

हालांकि, मोदी की कई वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें होने की उम्मीद है लेकिन शी के साथ उनकी बैठक पर न केवल भारत और चीन में बल्कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा नजर रहेगी क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ केवल इसलिए लगाया है।

दोनों देशों के रुख पर होगी नजर

खास बात यह है कि इस अतिरिक्त टैरिफ की वजह ट्रंप ने भारत के रूस से कच्चा तेल खरीदने को बताया है, जबकि चीन भी अपने कच्चे तेल की आयात का बड़ा हिस्सा रूस से ही लेता है। इसीलिए यह देखना होगा कि पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात के बाद दोनों देशों का रुख क्या होता है।

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