प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के एक दिन के दौरे पर आज वाराणसी आएंगे। समझा जाता है कि इस दौरान वे बिजली व सड़क संबंधी कई अहम योजनाओं को हरी झंडी दिखाने और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर के भीतर एक ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन करने के अलावा एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के पिछले वर्ष मई में कार्यभार संभालने के बाद मंदिरों के इस शहर की यह उनकी तीसरी यात्रा होगी। पिछली बार वे करीब नौ महीने पहले गत वर्ष 25 दिसंबर को यहां आए थे। इससे पूर्व भारी बारिश के कारण 28 जून और 16 जुलाई को उनके प्रस्तावित दौरे दो बार रद्द हो गए थे।
हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में आसमान में छाए बादल उन आयोजकों के मन में घबराहट पैदा कर रहे हैं जिन्हें मोदी के आगमन के अवसर पर समारोहों के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेकिन इस बार मोदी के दौरे में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न होने की आशंका बहुत कम है क्योंकि मॉनसून का असर कम हो गया है और पिछले कुछ दिनों में कुछ मिनटों तक हल्की बूंदाबांदी होने से ज्यादा बारिश नहीं हुई है।
मोदी के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और उनकी सुरक्षा के लिए प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की एक टीम गत मंगलवार को ही शहर पहुंच गई थी। प्रधानमंत्री मोदी के लगभग सात घंटे लंबे इस दौरे के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और यातायात नियंत्रण के लिए भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात किए गए हैं। हजारों ‘शिक्षा मित्र’ प्रधानमंत्री मोदी से मिलने की इच्छा लिए वाराणसी आ रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा बलों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने हाल में शिक्षा मित्रों की सेवाओं को नियमित किए जाने की राज्य सरकार की प्रक्रिया को रद्द कर दिया था जिससे शिक्षा मित्र हताश और परेशान हैं। अदालत ने अपने निर्णय में कहा था कि राज्य में इस संबंध में सपा सरकार की ओर से अपनाई गई पूरी प्रक्रिया अवैध है।
वाराणसी उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा से मात्र 100 किलोमीटर दूर स्थित है। मोदी की पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस शहर की यात्रा की गूंज पड़ोसी राज्य में भी सुनाई दे सकती है जहां विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है और जहां प्रधानमंत्री की नजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (एकी), लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद और कांग्रेस के गठबंधन की कड़ी चुनौती को पार करके अपने नेतृत्व में पार्टी को जीत दिलाने पर लगी हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी संभवत: दोपहर करीब साढ़े 11 बजे शहर के बाहर स्थित बाबतपुर हवाई अड्डे पहुंचेंगे जहां से वे एक हेलिकॉप्टर से छावनी इलाके में जाएंगे और ‘जन धन योजना’ के तहत 600 से ज्यादा लोगों को ई-रिक्शा, तिपहिया साइकिलें और अन्य चीजें वितरित करेंगे। मोदी वहां बहु उद्देश्यीय कैंटोनमेंट मैदान में रिक्शाचालकों के साथ बातचीत करेंगे। रिक्शाचालकों के साथ प्रधानमंत्री की चर्चा के आयोजकों में एक अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (एआइएफ) ने कहा कि रिक्शा संघ कार्यक्रम के जरिए रिक्शा चालक औपचारिक कर्ज के जरिए अपना रिक्शा हासिल कर सकेंगे। संगठन ने अपने बयान में कहा कि इसका मकसद जीवन को बदलने वाली आस्ती सृजित करना और पहचान कार्ड, चालक लाइसेंस, पोशाक और बैंक एकाउंट जैसे सामजिक लाभों के माध्यम से पेशे को औपचारिक आकार प्रदान करना है।
इसके बाद मोदी डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (डीएलडब्लू) के परिसर में बने एक विशेष हेलीपैड पहुंचेंगे जहां वह एक रिमोट कंट्रोल के माध्यम से बीएचयू ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन करेंगे। वह इस दौरान महत्त्वाकांक्षी एकीकृत बिजली विकास योजना भी शुरू करेंगे जिसका लक्ष्य देश भर में लोगों को चौबीसों घंटे बिजली मुहैया कराना है। इसके लिए केंद्र सरकार करीब 46,000 करोड़ रुपए की बजटीय मदद मुहैया कराएगी।
मोदी शहर की ‘रिंग रोड’ परियोजना का भी शिलान्यास करेंगे। इसके बाद दौरे के अंत में वह जनसभा को संबोधित करेंगे। मोदी का यह दौरा आज उनके 66वें जन्मदिन के एक दिन बाद होगा। ऐसे में स्थानीय भाजपा समर्थक अपने नेता को उपहार देने के लिए एक कार्यक्रम लेकर आए हैं ताकि ‘स्वच्छ काशी’ को सुनिश्चित किया जा सके। भाजपा के निवेशक सुरक्षा प्रकोष्ठ के तहत काम करने वाले समर्थकों ने यात्रियों और श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने वाले नाविकों को 660 कूड़ेदान वितरित करने का फैसला किया है। इसके अलावा उन्होंने शहर में काम करने वाले 6600 श्रमिकों को ‘स्वच्छता किट’ वितरित करने का भी प्रस्ताव रखा है। इस किट में टूथपेस्ट, टूथब्रश, साबुन, शैंपू आदि होंगे।
