भाजपा सांसदों की बैठक के दौरान सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के कामकाज को लेकर सांसदों की सुस्‍ती पर कड़ा रूख दिखाया। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने सांसदों से पूछा कि उत्‍तर प्रदेश से आने वाले 71 सांसदों में से कितनों को पता है कि उनके संसदीय क्षेत्र में दीनदयाल ज्‍योतिग्राम योजना के तहत कितने गांवों में बिजली पहुंची है। फिर पूछा कि कितनों ने पीएमओ एप डाउनलोड की है। दोनों सवालों पर किसी सांसद ने आवाज नहीं उठाया।

वहीं भाजपा ने संसदीय बैठकों से गायब रहने वाले कुछ सांसदों की कई पैनलों से छुट्टी कर दी है। इसके तहत वरुण गांधी, विनोद खन्‍ना और कीर्ति आजाद शामिल हैं। इनके अलावा एक दर्जन और सांसदों को भी हटाया गया है। संसदीय कार्य मंत्री वैंकेया नायडू ने इन्‍हें लगातार चेताया भी था कि बैठकों से गायब न रहें। इनकी जगह अब नए सांसदों का एलान किया जाएगा।

बैठक के दौरान उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के बारे में भी चर्चा की गई। इस दौरान सरकार की उपलब्धियों के जनता तक नहीं पहुंचने पर चिंता जताई गई। बैठक के दौरान पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चुनावों में ज्‍यादा समय नहीं बचा है। इसलिए पूरा ध्‍यान इस पर देने की जरूरत है। पीएम मोदी जल्‍द ही किसानों से मिलने के लिए 10 दिवसीय दौरे पर जाएंगे। बता दें कि बिहार और दिल्‍ली चुनावों में हार के बाद भाजपा अन्‍य राज्‍यों में हार का जोखिम नहीं उठाना चाहती है। इसी कड़ी में बजट में भी किसानों पर विशेष ध्‍यान दिया गया था।

संसदीय कार्य मंत्री वैंकेया नायडू ने बैठक के दौरान सांसदों से कहा कि वे जेएनयू और रोहित वेमुला सुसाइड केस में सरकार और पार्टी के रूख को जनता के बीच लेकर जाएं। कांग्रेस इस मामले में दबाव में इसके चलते पार्टी इसे भुनाए। वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने सांसदों से कहा कि वे अपने संसदीय क्षेत्र में विजेता के रूप में जाएं। सरकार ने रेल और आम बजट में गरीबों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।