प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के फैसले पर कराए गए सर्वे के श्‍ुारुआती परिणाम ट्विटर पर शेयर किए हैं। 5 लाख यूजर्स की भागीदारी का दावा कर पीएम ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक 90 फीसदी से ज्‍यादा लोग सरकार के फैसले के साथ हैं। 98 फीसदी लोगों का मानना है कि देश में काला धन मौजूद हैं। 99 फीसदी लोग मानते हैं कि भ्रष्‍टाचार और काले से लड़ाई बेहद जरूरी है। 90 फीसदी लोगोंं ने कहा कि सरकार ने काला धन रोकने के लिए जो कदम उठाए, वे अच्‍छे हैं। 92 फीसदी लोग मानते हैं कि भ्रष्‍टाचार के विरुद्ध मोदी सरकार की कोशिशें बहुत अच्‍छी हैं। 90 फीसदी लोगों ने 500 व 1000 के पुराने नोट बंद करने के फैसले का समर्थन किया है। 92 फीसदी लोगों का मानना है कि इस फैसले काले धन, भ्रष्‍टाचार और आतंकवाद पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी।

जनता की ये राय मोबाइल फोन में मौजूद नरेंद्र मोदी एप के ज़रिए मांगी गई। उन्होंने जनता से एक सर्वे में हिस्सा लेने को कहा था जहां 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों के बंद करने के संबंध में कई सवाल पूछे गए हैं जिसका उन्हें जवाब देना है। ये सवाल कुछ इस तरह हैं कि आप मोदी सरकार के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले के बारे में क्या सोचते हैं तो आपको इसका जवाब एक मीटर पर अपनी उंगली फेर कर देना होगा। इसी तरह इस सर्वे में और भी कई सवाल हैं जैसे कि क्या आप सोचते हैं कि भारत में ब्लैक मनी है, क्या आप सोचते हैं कि भ्रष्टाचार और कालेधन से लड़ना चाहिए और इसे दूर करना चाहिए। क्या आपको नोटबंदी के कारण सामने आ रही दिक्कतों से परेशानी है। वहीं इसके एक सवाल में आपको एक डायलॉग बॉक्स दिया गया है जिसमें आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई भी सुझाव लिखकर भेज सकते हैं।

नोटबंदी को लेकर जो ये सर्वे किया जा रहा है इसे डिमोनेटाइज़ेशन सर्वे का नाम दिया गया है। और इसे जन-जन की बात कहा गया है। तो इस एप में रजिस्टर कर आप नोटबंदी पर अपनी राय सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचा सकते हैं।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब आठ नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने की घोषणा की थी।