PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने यानी सितंबर के आखिरी हफ्ते में अमेरिका की यात्रा पर होंगे। पीएम मोदी के इस दौरे का मकसद संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होना है। पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से दुनिया को संबोधित भी कर सकते हैं लेकिन सवाल यह भी है कि अमेरिका दौरे में पीएम मोदी टैरिफ विवाद के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे या नहीं। पीएम मोदी की इस संभावित मुलाकात में व्यापारिक मुद्दों को सुलझाने से लेकर एक टैरिफ पर सहमति बनाना अहम होगा।

भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद सुलझने में कई पहलुओं की अहम भूमिका होगी। इनमें रूस-यूक्रेन युद्ध और दूसरा भारत-अमेरिका व्यापारिक समझौता शामिल हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे की बात करें तो भारत की नजर 15 अगस्त को होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात पर होगी।

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PM मोदी ने की थी पुतिन और जेलेंस्की से बातचीत

ट्रंप और पुतिन के बीच मुलाकात के पहले ही पीएम मोदी ने व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की से बात की है। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत ने दोनों देशों के नेताओं को यह बात बता दी है कि संघर्ष का समाधान ही भारत के हित में है। व्यापारिक समझौते के पहलू की बात करें तो भारतीय और अमेरिकी वार्ताकार समझौते पर पहुंचने के करीब थे लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वार्ताकारों के बीच हुए समझौते से खुश नहीं थे।

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व्यापार डबल करना है मकसद

ऐसे में वार्ताकारों को सौदे की शर्तों पर आगे चर्चा करनी होगी और उन्हें नई शर्तें पेश करनी होंगी क्योंकि रेड लाइन खींच दी गई है। दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार के नए लक्ष्य यानी ‘मिशन 500’ पर केंद्रित हैं, जिसका लक्ष्य 2030 तक कुल द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से भी ज़्यादा बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना है।

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ध्यान देने वाली बात यह भी है कि इसी साल फरवरी में पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी। दोनों ही इस बात पर भी सहमत हुए थे कि ट्रेड की महत्वाकांक्षा को साकार करने के लिए उन्हें नए निष्पक्ष व्यापार नियमों की आवश्यकता होगी और उन्होंने इसी साल पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना की घोषणा भी की थी।

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फरवरी की सहमति मुश्किल में फंसी

एक व्यापक बीटीए को संपन्न करने के लिए अमेरिका और भारत ने माल और सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत और गहरा करने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की सहमति जताई थी। इसके अलावा दोनों ही एक दूसरे के बाजार तक पहुंच को विस्तार देने के साथ ही टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने तथा सप्लाई चेन को मजबूत करने पर सहमति हुए थे।

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6 महीने पहले जो सहमति हुई थी वह पूरा प्लान ही अब मुश्किल दौर से गुज़र रहा है। अधिकारियों और वार्ताकारों को सितंबर के आखिरी हफ़्ते तक मुद्दों को सुलझाकर किसी समझौते पर पहुंचना होगा। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा में सभी ज़रूरी बातों पर सहमति बनने की उम्मीद है।

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अब इस यात्रा को निर्धारित करने के लिए, पहले कदम के तौर पर, भारतीय पक्ष ने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय से संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री के लिए एक भाषण समय निर्धारित करने का अनुरोध किया है। फ़िलहाल यह 26 सितंबर की सुबह के लिए निर्धारित किया गया है। ट्रम्प 23 सितंबर को भाषण देंगे।

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