Digital Banking Units: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (16 अक्टूबर) को जम्मू कश्मीर में दो डिजिटल बैंकिंग इकाइयों समेत कुल 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां राष्ट्र को समर्पित कीं।
इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, “आज देश में हर एक लाख वयस्क आबादी पर जितनी बैंक शाखाएं मौजूद हैं, वो जर्मनी, चीन और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से भी ज्यादा है। हम सामान्य मानवी के जीवन स्तर को बदलने का संकल्प लेकर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। हमने बैंकिग सेवाओं को दूर-सुदूर में, घर-घर तक पहुंचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। आज भारत के 99% से ज्यादा गांवों में पांच किमी के अंदर कोई न कोई बैंक ब्रांच, बैकिंग आउटलेट या बैंकिंग मित्र मौजूद है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार ने दो चीजों पर एक साथ काम किया है। बैंकिग व्यवस्था को सुधारना, मजबूत करना, पारदर्शिता लाना और वित्तीय समावेशन किया। हमारा संकल्प है व्यवस्थाओं में सुधार का, पारदिर्शता लाने का और आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचने का।
गौरतलब है कि बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां स्थापित करने की घोषणा की थी। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री वित्तीय समावेशन को मजबूती देने के लिए देश भर के विभिन्न बैंकों की 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों को रविवार को राष्ट्र के नाम समर्पित किया।
जम्मू-कश्मीर में दो डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स: इन नई डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स में जम्मू-कश्मीर की दो डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स भी शामिल हैं। इनमें से एक श्रीनगर के लाल चौक पर स्थित एसएसआई ब्रांच है जबकि दूसरी जम्मू की चन्नी राम ब्रांच है। यह योजना सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करेगी। 11 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, 12 निजी क्षेत्र के बैंक और एक लघु वित्त बैंक इस मिशन में भाग ले रहे हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में देश भर के 75 जिलों में डिजिटल बैंकिंग इकाइयां स्थापित करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयां खोली जाएंगी। इन इकाइयों की शुरुआत के पीछे मकसद यह है कि देश के हर हिस्से तक डिजिटल बैंकिंग की पहुंच हो।
मिलेंगी कई डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं: डीबीयू के जरिए लोगों को विभिन्न प्रकार की डिजिटल बैंकिंग सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। सेविंग अकाउंट खोलने, पासबुक प्रिंट करने, एफडी में निवेश करने, लोन के लिए अप्लाई करने, मनी ट्रांजेक्शन,बिल और कर भुगतान , क्रेडिट/डेबिट कार्ड के लिए अप्लाई करने आदि के लिए अब बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अब घर के पास ही यह सुविधा मिलने वाली है।
ग्राहक शिक्षा पर खास ध्यान: पीएमओ के बयान में कहा गया है कि डीबीयू ग्राहकों को पूरे साल बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं का किफायती, सुविधाजनक पहुंच और बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। इसके साथ ही वे डिजिटल वित्तीय साक्षरता का प्रसार करेंगे और साइबर सुरक्षा जागरूकता और सुरक्षा उपायों पर ग्राहक शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा।
ग्राहकों के पास मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, मास ट्रांजिट सिस्टम कार्ड, यूपीआई क्यूआर कोड, भीम आधार और प्वाइंट ऑफ सेल के लिए डिजटल किट होगी।