प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र की सत्ता में आने के बाद पसंदीदा गुजरात कैडर के करीब डेढ़ दर्जन आईएएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली बुलाया था। इनमें से कुछ पीएमओ जैसे पावरफुल जगहों पर तैनात हैं तो कई अहम विभागों में अहम पदों पर तैनात किए गए हैं। सूचना के अधिकार के तहत हासिल की गई जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार में तैनात 492 आईएएस अफसरों में 18 गुजरात कैडर के आईएएस अफसर तैनात हैं जो प्रतिनियुक्ति पर बुलाए गए हैं। इनकी संख्या करीब चार फीसदी ही है लेकिन जहां उनकी तैनाती की गई है, वे अहम हैं। ‘द प्रिंट’ के मुताबिक इन 18 अफसरों में से चार पीएमओ में तैनात हैं जबकि चार वित्त मंत्रालय और दो गृह मंत्रालय में तैनात हैं।
गुजरात कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा पीएमओ में अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वो पीएमओ में तैनात गुजरात कैडर के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं जबकि 1996 बैच के गुजरात कैडर के अफसर राजीव टोप्नो प्रधानमंत्री के निजी सचिव हैं। इनके अलावा 2004 बैच के आईएएस अधिकारी राजेंदर कुमार पीएमओ में डायरेक्टर हैं। 2009 बैच के एस आऱ भावस्वर पीएम के ओएसडी हैं। इन चार आईएएस अफसरों के अलावा 1972 बैच के रिटायर्ड आईएएस अफसर पी के मिश्रा पीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव हैं। मोदी सरकार ने साल 2014 में उनकी तैनाती पांच साल के लिए की थी। इससे पहले 2001 से 2004 तक वो गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर भी नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रह चुके हैं।
गुजरात कैडर के सबसे वरिष्ठ और 1981 बैच के आईएएस अधिकारी हसमुख अधिया फिलहाल केंद्रीय वित्त सचिव हैं। इसी मंत्रालय में दो और आईएएस अफसर अतनु चक्रवर्ती और गिरीश चंद्र मुर्मू अहम पदों पर तैनात हैं। चक्रवर्ती इनवेस्टमेंट और पब्लिक ऐसेट मैनेटमेंट विभाग में चचिव हैं जबकि मुर्मू राजस्व विभाग में विशेष सचिव हैं। इसी मंत्रालय में एस अपर्णा (1988 बैच) को अतिरिक्त सचिव बनाया गया है। मोदी सरकार ने गृह मंत्रालय में वी थिरुपुग्गा और प्रवीणभाई खोडाबाई सोलंकी को तैनात किया है। ये क्रमश: 1991 और 2003 बैच के आईएएस अफसर हैं। सोलंकी सेन्सस ऑपरेशंस में डायरेक्टर हैं जबकि थिरुपुग्गा गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव हैं।
इनके अलावा अनिल गोपीशंकर मुकिम (1985 बैच) खनन सचिव, गुरुप्रसाद मोहापात्रा (1986 बैच) अध्यक्ष, एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, अनिता कारवाल (1987 बैच) अध्यक्ष, सीबीएसई बनाए गए हैं। इसी तरह नरेंद्र मोदी ने गुजरात कैडर के कुछ आईपीएस अधिकारियों को भी केंद्र में बुलाकर अहम जिम्मेदारी सौंपी है। 1984 बैच के आईपीएस अफसर राकेश अस्थाना को सीबीआई में डिप्टी डायरेक्टर बनाया है। 1987 बैच के ए के शर्मा और 1988 बैच के प्रवीण सिन्हा को भी मोदी सरकार ने सीबीआई में ज्वाइन्ट डायरेक्टर के पद पर तैनात किया है। एके शर्मा पर अभी हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि उन्होंने लुक आउट नोटिस को कमतर कर विजय माल्या को भागने में मदद की थी। राहुल ने उन्हें पीएम मोदी की आंखों का तारा कहा था।