बीते दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने एक सरकारी अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीट दिया था। जिसके चलते आकाश विजयवर्गीय को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस घटना को लेकर खूब विवाद भी हुआ था। अब पीएम मोदी ने भी इस घटना पर नाराजगी जाहिर की है। भाजपा सूत्रों के अनुसार एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ‘अगर कोई भी अपने आचरण से संगठन का नाम खराब करता है तो यह ‘अस्वीकार्य’ होगा। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने मंगलवार को नई दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर करना चाहिए, फिर चाहे वो किसी का भी बेटा हो। इस मामले में कोई अपवाद नहीं होना चाहिए।’

समर्थकों से भी दिखे नाराजः प्रधानमंत्री ने उन लोगों की भी आलोचना की, जिन्होंने आकाश विजयवर्गीय की रिहाई पर हवाई फायरिंग की। पीएम ने तीखे स्वर में कहा कि जो लोग उनका स्वागत करने गए, उन्हें भी पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। आकाश विजयवर्गीय के समर्थकों ने उनके समर्थन में कई जगह पोस्टर भी लगवाए थे, जिसमें भाजपा विधायक को ‘सैल्यूट’ किया गया था। भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बैठक के बाद कहा कि ‘पीएम मोदी ने आज पार्टी के सभी सदस्यों को साफ कर दिया है कि इस तरह का व्यवहार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, फिर चाहे वो कोई भी हो।’

क्या था मामलाः बता दें कि बीती 26 जून को इंदौर नगर निगम की टीम एक जर्जर इमारत को ढहाने गई थी। इसी दौरान पहली बार विधायक बने आकाश विजयवर्गीय (34 वर्षीय) ने नगर निगम कमिश्नर की बैट से पिटाई कर दी थी। इसे लेकर आकाश विजयवर्गीय की खूब आलोचना भी हुई थी। इसके लिए आकाश विजयवर्गीय को कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। हालांकि भोपाल की एक विशेष अदालत ने आकाश विजयवर्गीय को जमानत दे दी। आकाश विजयवर्गीय जब जमानत पर छूटकर पार्टी ऑफिस पहुंचे तो वहां भी उनके समर्थकों ने हवाई फायरिंग कर अपने नेता का स्वागत किया था। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था।

कैलाश विजयवर्गीय ने बताया था कच्चा खिलाड़ीः उल्लेखनीय है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने बेटे द्वारा सरकारी अधिकारी को बैट से पीटे जाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि दोनों तरफ से चीजों को हैंडल करने में गलती हुई। विजयवर्गीय ने कहा था कि अपने बेटे और नगर निगम कमिश्नर को कच्चा खिलाड़ी बताया था। कैलाश विजयवर्गीय के अनुसार, यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन इसे बड़ा बना दिया गया।