कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज बांग्लादेश युद्ध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को गलत बताने के लिए माफी मांगी है। उन्होंने यह कहते हुए अपनी गलती स्वीकार की कि यह सुर्खियों को “जल्दबाजी में पढ़ने” के चलते हुए। थरूर ने ट्वीट किया “सॉरी”। तिरुवनंतपुरम सांसद का ये ट्वीट एक दिन बाद आया जब उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 1971 युद्ध में बांग्लादेश की मुक्ति में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका को स्वीकार नहीं किया था।
थरूर ने आज ट्वीट में लिखा, “मैं गलती होने पर माफी मांगने को गलत नहीं मानता।” इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने टिप्पणी की थी कि “अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा: हमारे पीएम बांग्लादेश को भारतीय ‘फेक न्यूज’ का स्वाद चखा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद कराया। ” थरूर का ट्वीट एक समाचार रिपोर्ट पर आधारित था, जिसमें पीएम मोदी के हवाले से कहा गया था कि उन्होंने बांग्लादेश की मुक्ति के लिए सत्याग्रह किया था और इसके लिए उन्हें जेल भी हुई थी।
कल पीएम मोदी ने बांग्लादेश की 50 वीं वर्षगांठ के अवसर पर ढाका में अपने भाषण के दौरान कहा था, “मैं 20-22 साल का था, जब मैंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए सत्याग्रह किया था। मुझे यहां तक कि गिरफ्तार किया गया था। ”
थरूर के अलावा दूसरे लोगों ने पीएम के बयान को लेकर उनकी खिंचाई की थी। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के बाद 1971 में बांग्लादेश ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। बांग्लादेश अब अपनी आजादी की स्वर्ण जयंती मना रहा है।
बता दें कि आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने PM मोदी द्वारा बांग्लादेश के स्वतंत्रता संघर्ष में शामिल होने वाले बयान पर कहा, ‘ये सबसे तेज गेंदबाज से भी तेज फेंकते हैं। लोग अब विश्वास करना छोड़ दिए हैं। विदेश में जाकर इस प्रकार की बातें कहना हास्यास्पद है।’