संसद की कार्यवाही में व्यवधान से परेशान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस को कोसा। उस पर लोकतंत्र का मखौल बनाने का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव की हार पचा नहीं पा रही है इसलिए देश को तबाह करने की ठान बैठी है।

जीएसटी विधेयक पर मतभेद सुलझाने की नीयत से दो हफ्ते पहले नरमी दिखाते हुए विपक्षी दल के पास पहुंचे मोदी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि ‘बाधा, विनाश और विध्वंस’ अब कांग्रेस का नारा है। वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संसद का कामकाज चलाने के लिए बहस, मतभेद और फैसले के परामर्श को भूल चुकी है। मोदी ने कांग्रेस के क्रियाकलापों, खासतौर से राज्यसभा में उसकी गतिविधियों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिन लोगों को जनता ने हरा दिया था, घर बिठा दिया था, वह बर्बाद हो चुके हैं। अब उन्होंने यह तय किया है कि हम तो बर्बाद हो ही चुके हैं तो आपको भी बर्बाद कर देंगे। संसद को चलने नहीं देंगे। देश का जो होना है, होता रहे। आपने हमें बर्बाद किया, अब देखिए, हम क्या करते हैं।

केरल की अपनी यात्रा के दूसरे दिन मोदी पूर्व मुख्यमंत्री आर शंकर की प्रतिमा के अनावरण के बाद एसएनडीपी कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित कर रहे थे। आर शंकर पिछड़े एझवा समुदाय से थे और कांग्रेस से संबद्ध थे। भाजपा अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस समुदाय के वोटों पर नजर टिकाए है। यह समारोह विवादों का शिकार रहा क्योंकि मुख्यमंत्री ओमन चांडी को कार्यक्रम में बुलाया तो गया, लेकिन एसएनडीपी प्रमुख वेल्लापल्ली नटेसन के इशारे पर उनसे इस समारोह में न आने के लिए कहा गया। कोल्लम के विधायक और महापौर ने चांडी को समारोह में शिरकत न करने देने के विरोध में समारोह का बहिष्कार किया। शंकर के परिवार ने भी समारोह का बहिष्कार किया। कांग्रेस ने भी विरोध स्वरूप तिरुवनंतपुरम में पलयम में शंकर की प्रतिमा के सामने एक प्रार्थना संगमम का आयोजन किया।

देश में बढ़ती असहिष्णुता पर राष्ट्रपति की टिप्पणी का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि लोगों ने इस पर तो कई दिन बहस की, लेकिन जब राष्ट्रपति ने दो दिन पहले कोलकाता में कहा कि भारत को थ्री डी डिबेट (बहस), डिस्सेंट (असंतोष) और डिसीजन (फैसला) की जरूरत है तो कांग्रेसी ऐसे चुप हो गए, जैसे उन्होंने सुना ही नहीं।

लगता है कांग्रेसी प्रणब के उल्लिखित थ्री डी के बजाय अन्य थ्री डी डिसरप्ट (बाधा), डेस्ट्रॉय (नष्ट) और डेमोलिश (विध्वंस) का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपति के सुझाए थ्री डी के साथ एक चौथे डी डेवलपमेंट (विकास) का भी अनुसरण करते हैं। मोदी ने केरल के लोगों को भरोसा दिया कि केंद्र सरकार आर शंकर के सपनों को पूरा करने के लिए काम करती रहेगी।

शंकर को भाजपा से जोड़ने की कोशिश करते हुए उन्होंने कहा कि केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ने जब हिंदू महामंडलम की स्थापना की तो जनसंघ के संस्थापक सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी को आमंत्रित किया था। जनसंघ ही बाद में भाजपा बना।